अमेरिका (America) के टेक्सास (Texas) में भारतीय-अमेरिकी छात्र के साथ मारपीट (Indian American Student Bullied) का मामला सामने आया है. सोशल मीडिया पर वायरल वीडियो में एक श्वेत छात्र भारतीय अमेरिकी छात्र की पिटाई करता दिख रहा है. वह उसका गला 4 मिनट तक दबाए रखता है. यह वीडियो 11 मई का बताया जा रहा है. जिसके वायरल होने के बाद से हड़कंप मच गया है.
वीडियो टेक्सास के कोपेल शहर के कोपेल इंडिपेंडेंट स्कूल डिस्ट्रिक्ट (कोपेल आईएसडी) का बताया जा रहा है. घटना के वीडियो को सहपाठियों ने ऑनलाइन शेयर किया है.
भारतीय-अमेरिकी छात्र से मारपीट
change.org पर दायर याचिका के मुताबिक भारतीय-अमेरिकी छात्र की पहचना शान प्रीतमानी के रूप में हुई है. वीडियो में एक श्वेत छात्र भारतीय-अमेरिकी छात्र के पास आता है और उसे बेंच से उठने को कहता है. जब भारतीय-अमेरिकी छात्र अपनी सीट छोड़ने से इनकार करता है, तो श्वेत छात्र गुस्से में आ जाता है और उसका गला दबाने लगता है. इस दौरान उसके साथ मारपीट करता है और उसे बेंच से नीचे गिरा देता है.
भारतीय छात्र पर ही हुई कठोर कार्रवाई
शान प्रीतमानी के पिता कमलेश प्रीतमानी एक अमेरिकी नागरिक हैं और 20 सालों से अमेरिका में रह रहे हैं. उन्होंने द क्विंट से इस दुखद घटना के बारे में बात की.
कमलेश प्रीतमानी ने बताया कि, "पिछले बुधवार को कैफेटेरिया में कई बच्चे थे. सभी दोस्त एक ही टेबल पर लंच करते हैं. शान पिछले एक साल से अधिक समय से उसी टेबल पर लंच कर रहा था.
"हाल ही में निकोलस वेलिंगटन उस टेबल पर आने लगा और शान से कहने लगा कि 'टेबल पर तुम्हें कोई पसंद नहीं करता, कृपया कहीं और जाओ.' मंगलवार को निक ने शान से कहा- 'अगर तुम इस टेबल पर आते रहे तो मैं तुम्हें यहां से भगा दूंगा.' फिर बुधवार को ऐसा हुआ."कमलेश प्रीतमानी, शान प्रीतमनी के पिता
कमलेश प्रीतमानी का कहना है कि उनके बेटे के साथ स्कूल के अधिकारियों ने बेहद गलत व्यवहार किया है. उन्होंने आगे बताया कि स्कूल के असिस्टेंट प्रिंसिपल ने उनसे कहा कि 'आपका बच्चा मारपीट में शामिल था.' लेकिन वीडियो में इससे इतर साफ दिख रहा है कि शान के साथ मारपीट हुई है.
उन्होंने आगे बताया कि शान को तीन दिन के लिए स्कूल से सस्पेंड किया गया है. वहीं निक को एक दिन के लिए सस्पेंड किया गया है.
आरोपी छात्र को स्कूल से हटाने की मांग
इस घटना के बाद शान की मां सोनिका कुकरेजा की ओर से शुरू की गई एक ऑनलाइन याचिका के अनुसार, "स्कूल ने कहा कि पीड़ित (शान) की गलती थी और उसे 3 दिन के लिए सस्पेंड किया गया है, जबकि हमलावर को केवल 1 दिन के लिए सस्पेंड किया गया है."
इसके साथ ही स्कूल ने शान के माता-पिता को सूचित करते हुए यह भी कहा है कि उन्होंने 'झगड़े' का वीडियो देखा है और 'कार्रवाई' में कोई बदलाव नहीं होगा.
याचिका में मांग की गई है कि "हमला करने वाले छात्र को स्कूल से तुरंत निकाला जाए." इसके साथ ही कहा गया है, "स्कूल में आरोपी छात्र के होते हुए शान सुरक्षित नहीं महसूस कर रहा है."
शान के समर्थन में उतरे अन्य भारतीय-अमेरिकी
कॉपेल में रहने वाले एक भारतीय-अमेरिकी आईटी पेशेवर सुब्बू वेंकट ने द क्विंट को बताया कि स्कूल जिला बोर्ड ने पहले भी इस तरह की घटनाओं को दबाया है.
"मैंने बोर्ड के साथ मिलकर काम किया है. बिल्डरों को लाने और टैक्स कमाने के लिए पहले भी उन्होंने बहुत सारी मारपीट की घटनाओं को दबाया है. कोपेल सहयोगी के स्वयंसेवक के रूप में मैंने परिवारों से बात की है और कई परिवारों ने दुर्व्यवहार के बारे में इसी तरह की बातें कही हैं."सुब्बू वेंकट
फ्रिस्को के रहने वाले राम मेहता ने द क्विंट को बताया कि "शान अब अच्छा महसूस कर रहा है. इस मामले में मिल रहे सैकड़ों लोगों के समर्थन से उसके माता-पिता अभिभूत हैं." मेहता इस घटना को सार्वजनिक करने में परिवार की मदद कर रहे हैं.
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