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अमेरिका में भारतीय मूल के एक छात्र की मौत, साल 2024 में ये दसवीं घटना

अमेरिका के ओहियो में शुक्रवार, 5 अप्रैल की रात को एक भारतीय छात्र उमा सत्य साई गड्डे की मौत हो गई.

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अमेरिका (America) के ओहियो (Ohio) में शुक्रवार, 5 अप्रैल की रात को एक भारतीय छात्र की मौत हो गई. न्यूयॉर्क में भारतीय वाणिज्य दूतावास ने वहां पढ़ाई कर रहे उमा सत्य साई गड्डे (Uma Satya Sai Gadde) की रहस्यमय हालात में असामयिक मृत्यु की पुष्टि करते हुए जानकारी दी. मौत का कारण पता करने के लिए अभी जांच जारी है. अमेरिका में इस साल भारतीयों की मौत का यह 10वां मामला है.

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उमा सत्य साई गड्डे कौन थे?

HT की रिपोर्ट के अनुसार, उमा सत्य साई गड्डे ओहियो के क्लीवलैंड में कॉलेज छात्र थे. उमा के मौत से परिवार वालों समेत सभी दोस्तों को गहरा सदमा लगा है. भारतीय वाणिज्य दूतावास ने युवा छात्र की दुखद मृत्यु के बाद गहरा खेद व्यक्त किया और भारत में उनके शोक संतप्त परिवार के प्रति अपनी गहरी संवेदना व्यक्त की.

न्यूयॉर्क में भारतीय वाणिज्य एम्बेसी ने अपने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स में कहा, "क्लीवलैंड, ओहियो में एक भारतीय छात्र उमा सत्य साईं गड्डे के दुर्भाग्यपूर्ण निधन से गहरा दुख हुआ. पुलिस की जांच चल रही है. भारतीय वाणिज्य दूतावास भारत में उनके परिवार के साथ संपर्क में है. श्री उमा गड्डे के पार्थिव शरीर को जल्द से जल्द भारत पहुंचाने सहित हर संभव सहायता दी जा रही है."

इस साल इस तरह की यह 10वीं घटना

अमेरिका में इस प्रकार की लगातार हो रही घटनाओं में ओहियो की घटना का नाम शामिल हो गया. इस घटना ने इसी साल 2024 में हुई पिछली नौ मौतों की याद ताजा कर दी. पिछले महीने ही मार्च में, मोहम्मद अब्दुल अराफात नाम का एक छात्र रहस्यमय तरीके से क्लीवलैंड क्षेत्र से लापता हो गया था. उसके बाद अराफात के परिवार वालों से फिरौती की मांग की गई थी. छात्र का अबतक कुछ पता नहीं चला है.

वहीं, मार्च में ही अमेरिका में 20 वर्षीय अभिजीत पारुचुरू की हत्या कर दी गई थी, जो आंध्र प्रदेश के गुंटूर जिले के बुर्रिपालेम का रहने वाला था.

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साल 2023 की शुरुआत में, भारत के 34 वर्षीय प्रशिक्षित क्लासिकल डांसर अमरनाथ घोष को सेंट लुइस, मिसौरी में गोली मार दी गई थी. वहीं इसके बाद एक अन्य 23 वर्षीय भारतीय-अमेरिकी छात्र समीर कामथ पर्ड्यू विश्वविद्यालय में मृत पाया गया था. पर्ड्यू विश्वविद्यालय में पढ़ने वाले भारतीय मूल के छात्र नील आचार्य भी मृत पाए गए थे. वहीं एक अन्य छात्र श्रेयस रेड्डी की भी हत्या की गई थी.

इससे पहले इसी साल, अमेरिका के जॉर्जिया में 25 साल के विवेक सैनी की एक ड्रग एडिक्ट ने हत्या कर दी थी. वहीं, 19 वर्षीय श्रेयस रेड्डी बेनिगर ओहायो में ही मृत पाया गया था. श्रेयस ओहायो में लिंडनर स्कूल ऑफ बिजनेस का स्टूडेंट था.

भारतीय मूल के 41 वर्षीय विवेक तनेजा को वाशिंगटन में एक रेस्टोरेंट के बाहर हमले के दौरान जानलेवा चोटें आईं.

संयुक्त राज्य अमेरिका में भारतीय छात्रों की इस प्रकार के मौतों की बढ़ती संख्या ने एक बड़ी आशंका पैदा कर दी है.

हालांकि, इन घटनाओं के बीच वाशिंगटन में भारतीय एम्बेसी और देश भर में इसके एम्बेसी वाणिज्य के अधिकारियों ने विभिन्न विश्वविद्यालयों के भारतीय छात्रों के साथ एक ऑनलाइन चर्चा (बातचीत) की. इस बातचीत में लगभग 150 भारतीय छात्र संघ के पदाधिकारियों और 90 विश्वविद्यालयों के छात्रों ने भाग लिया. साथ ही इसमें अटलांटा, शिकागो, ह्यूस्टन, न्यूयॉर्क, सैन फ्रांसिस्को और सिएटल में भारतीय राजनयिक मिशनों के महावाणिज्य दूत भी उपस्थित थे.

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