जेरूसलम में हाल में हुए तनाव और झड़पों ने गाजा पट्टी में घातक मोड़ ले लिया है. हमास के हमलों का जवाब देते हुए इजरायल ने गाजा पट्टी में एयर स्ट्राइक की हैं. फिलिस्तीनी स्वास्थ्य मंत्रालय ने कहा कि इन हमलों में 20 लोग मारे गए, जिनमें नौ बच्चे शामिल थे. इसके अलावा 65 से अधिक लोग घायल भी हुए हैं.
इजरायली सेना ने ट्विटर पर लिखा कि उसने हवाई हमले में तीन हमास कार्यकर्ताओं को निशाना बनाया और मार दिया.
सेना ने कहा कि गाजा पट्टी से 10 मई को इजरायल की ओर हमास ने 150 से ज्यादा रॉकेट दागे थे. इनमें से दर्जनों रॉकेट इजरायल की आयरन डोम रक्षा प्रणाली ने नष्ट कर दिए थे.
इजरायल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने कहा कि 'देश बड़ी ताकत से जवाब देगा.' उन्होंने कहा, "जेरुसलम दिवस पर गाजा में आतंकवादी संगठनों ने एक लाल रेखा को पार किया है और जेरुसलम के बाहरी इलाके में मिसाइलों से हमला किया है."
जेरुसलम में तनाव
पिछले कुछ दिनों से इजरायली सुरक्षा बलों और फिलिस्तीनी प्रदर्शनकारियों के बीच हिंसक झड़पें हो रही हैं. 7 मई को जेरुसलम के अल-अक्सा मस्जिद परिसर में हुईं झड़पों के बाद तनाव बढ़ गया है.
फिलिस्तीनी बचावकर्मियों ने 10 मई को कहा कि 300 से ज्यादा लोग घायल हुए हैं, जबकि इजरायली पुलिस का कहना है कि दो दर्जन अधिकारियों को चोट आई है.
हमास आंदोलन ने 10 मई की रात तक जेरुसलम में शेख जर्राह इलाके में बसने वालों इजरायली लोग और पुलिस को वापस लेने के लिए एक अल्टीमेटम जारी किया था. इसके खत्म होने के कुछ समय बाद बड़े पैमाने पर रॉकेट हमलों की खबर आई.
हमास ने रॉकेट हमलों पर क्या कहा?
हमास के एक प्रवक्ता ने कहा कि रॉकेट इजरायल के लिए एक 'संदेश' और 'पवित्र शहर के खिलाफ अपने अपराधों और आक्रामकता की प्रतिक्रिया' थे. गाजा में इस्लामिक जिहाद समूह ने भी जिम्मेदारी का दावा किया है.
इजरायली सेना के एक प्रवक्ता ने कहा कि कई फिलिस्तीनी संगठन हमलों में शामिल थे, लेकिन हमास को दोषी ठहराया गया है. उन्होंने कहा कि गाजा पट्टी में हमला कर इजरायल का इरादा हमास को भारी नुकसान पहुंचाने का था.
वेस्ट बैंक और जेरुसलम के अरब-बहुल पूर्वी हिस्से में स्थिति रमजान महीने की शुरूआत से तनावपूर्ण रही है.
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