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Benjamin Netanyahu बनेंगे इजराइल के PM,पिछले साल हार के बाद कहा था- जल्द लौटूंगा

Israel elections: पीएम याइर लापिड को चुनाव में हार का सामना करना पड़ा है.

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मैं जल्दी लौटूंगा.
बेंजामिन नेतन्याहू, 2021 में

पिछले साल चुनाव हारने के बाद बेंजामिन नेतन्याहू ने ये कहा था. और वही हुआ. इजराइल (Israel) में एक बार फिर बेंजामिन नेतन्याहू (Benjamin Netanyahu) की सरकार बनने जा रही है. इस बार हुए आम चुनाव के नतीजों में नेतन्याहू के प्रधानमंत्री बनने का रास्ता साफ हो गया है. वे पांचवीं बार इजराइल के प्रधानमंत्री की कुर्सी संभालेंगे. वहीं इजराइल के प्रधानमंत्री याइर लापिड (PM Yair Lapid) को हार का सामना करना पड़ा है.

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नेतन्याहू को मिला बहुमत

नेतन्याहू के नेतृत्व वाले दक्षिणपंथी दलों के गठबंधन ने संसद में बहुमत हासिल कर लिया है. नेतन्याहू और दक्षिणपंथी गुट ने 120-सदस्यीय संसद में 64 सीट जीतकर बहुमत हासिल कर लिया है.

केंद्रीय निर्वाचन समिति के आंकड़ों के मुताबिक, नेतन्याहू की लिकुड पार्टी को 31 सीट, प्रधानमंत्री याइर लापिड की येश अतीद को 24, रिलीजियस जियोनिज्म को 14, नेशनल यूनिटी को 12, शास को 11 और यूनाइटेड टोरा जुदाइस्म को आठ सीटें मिलती दिख रही है.

याइर लापिड ने स्वीकारी हार

नेतन्याहू को लगातार टक्कर दे रहे वर्तमान प्रधानमंत्री और उनके मुख्य प्रतिद्वंद्वी याइर लापिड ने भी अपनी हार स्वीकार कर ली. उन्होंने नेतन्याहू को फोन कर जीत पर बधाई दी है. उन्होंने ट्वीट किया, "इजराइल की संकल्पना किसी भी राजनीतिक विचार से ऊपर है. मैं नेतन्याहू को इजराइल और यहां के लोगों के लिए शुभकामनाएं देता हूं."

Israel elections: पीएम याइर लापिड को चुनाव में हार का सामना करना पड़ा है.

याइर लापिड ने दी नेतन्याहू को बधाई

(फोटो: ट्विटर)

इजराइल में क्यों हो रहे बार-बार चुनाव?

इजराइल में राजनीतिक उठा-पटक के बीच चार साल से भी कम वक्त में पांचवीं बार आम चुनाव हुए हैं. इसकी सबसे बड़ी वजह है किसी भी दल को बहुमत नहीं मिलना. इजराइल की 120 सीट वाली संसद में बहुमत के लिए 61 सीट चाहिए.

समस्या ये है कि इजराइल में कई छोटे-छोटे दल हैं जो मिलकर सरकार बनाते हैं. इनमें से किसी भी दल ने नेसेट (इजराइली संसद) में कभी अकेले दम पर बहुमत हासिल नहीं किया. जिससे पार्टियों को सरकार बनाने के लिए गठबंधन करना पड़ता है. ऐसे में जब कोई दल सरकार से अपना समर्थन वापस ले लेती है तो सरकार गिर जाती है और चुनाव करना पड़ता है.

इस साल की शुरुआत में, अप्रैल में सांसद इडित सिलमैन ने तत्कालीन प्रधानमंत्री नफ्ताली बेनेट की यामिना पार्टी से इस्तीफा दे दिया था. सिलमैन के इस्तीफे के बाद आठ-पार्टियों के गठबंधन में दरार पड़ गई. जिसके बाद बेनेट ने इस्तीफा दिया. बेनेट के बाद याइर लापिड देश के नए प्रधानमंत्री बने थे. हालांकि, उनकी सरकार भी ज्यादा दिन तक नहीं चल सकी.

नेतन्याहू की जीत पर पीएम मोदी ने क्या कहा?

नेतन्याहू की जीत पर भारतीय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने ट्वीट कर बधाई दी है. पीएम मोदी के ट्वीट किया, "चुनाव में जीत पर मेरे प्रिय मित्र नेतन्याहू को बधाई. मैं भारत-इजराइल रणनीतिक साझेदारी को और अधिक प्रगाढ़ करने के लिए हमारे संयुक्त प्रयासों को जारी रखने के लिए उत्सुक हूं."

पीएम मोदी के ट्वीट पर बेंजामिन नेतन्याहू ने भी जवाब भी दिया है. उन्होंने कहा, "धन्यवाद मेरे दोस्त, मैं इजराइल और भारत के बीच निरंतर सहयोग की आशा करता हूं."

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