ADVERTISEMENTREMOVE AD

इजराइल-फिलिस्तीन विवाद: 75 साल सालों से चली आ रही हिंसा का अंतहीन चक्र

UN के महासचिव ने कहा कि इजराइल पर हमास का हमला 'अचानक नहीं हुआ' यह फिलिस्तीन पर वर्षों के उत्पीड़न का संकेत है.

story-hero-img
i
छोटा
मध्यम
बड़ा
Hindi Female

इजरायल और हमास (Israel Hamas War) के बीच पिछले 22 दिन से युद्ध जारी है. कुछ फिलिस्तीनी गाजा में युद्ध को दूसरा नकबा (1948) कह रहे हैं. जैसे-जैसे युद्ध आगे बढ़ रहा है, यह 75 साल से जारी हिंसा, विस्थापन और उत्पीड़न के चक्र की भी याद दिलाता है.

ADVERTISEMENTREMOVE AD
UN के महासचिव ने कहा कि इजराइल पर हमास का हमला 'अचानक नहीं हुआ' यह फिलिस्तीन पर वर्षों के उत्पीड़न का संकेत है.

इजराइल पर 7 अक्टूबर 2023 को हमास के हमले के बाद, इजराइल ने फिलिस्तीन के खिलाफ युद्ध की घोषणा की और गाजा पर बड़े पैमाने पर हवाई हमले किए, जिसमें खबर लिखे जाने तक 7500 से अधिक लोग मारे गए हैं.

संयुक्त राष्ट्र के महासचिव एंटोनियो गुटेरेस ने 25 अक्टूबर 2023 को इजराइल-हमास युद्ध पर सुनवाई के दौरान संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद से बात करते हुए कहा, "हमास का इजराइल पर हमला अचानक में नहीं हुआ. बल्कि यह हमला पिछले 56 सालों से फिलिस्तीनियों पर हुए अत्याचार पूर्ण (दमघोंटू) कब्जे का संकेत है."

फिलिस्तीनी बच्चे प्रतिबंधों, हिंसा और विस्थापन के बीच बड़े हुए हैं और वे हिंसा, मौतों और विनाश के निरंतर चक्र में फंसे हुए हैं.

UN के महासचिव ने कहा कि इजराइल पर हमास का हमला 'अचानक नहीं हुआ' यह फिलिस्तीन पर वर्षों के उत्पीड़न का संकेत है.
UN के महासचिव ने कहा कि इजराइल पर हमास का हमला 'अचानक नहीं हुआ' यह फिलिस्तीन पर वर्षों के उत्पीड़न का संकेत है.
UN के महासचिव ने कहा कि इजराइल पर हमास का हमला 'अचानक नहीं हुआ' यह फिलिस्तीन पर वर्षों के उत्पीड़न का संकेत है.
UN के महासचिव ने कहा कि इजराइल पर हमास का हमला 'अचानक नहीं हुआ' यह फिलिस्तीन पर वर्षों के उत्पीड़न का संकेत है.
UN के महासचिव ने कहा कि इजराइल पर हमास का हमला 'अचानक नहीं हुआ' यह फिलिस्तीन पर वर्षों के उत्पीड़न का संकेत है.
UN के महासचिव ने कहा कि इजराइल पर हमास का हमला 'अचानक नहीं हुआ' यह फिलिस्तीन पर वर्षों के उत्पीड़न का संकेत है.

(हैलो दोस्तों! हमारे Telegram चैनल से जुड़े रहिए यहां)

0
सत्ता से सच बोलने के लिए आप जैसे सहयोगियों की जरूरत होती है
मेंबर बनें
अधिक पढ़ें
×
×