जापान (Japan) के वोटर अगले प्रधानमंत्री के रूप में कोविड-19 वैक्सीन के प्रभारी मंत्री तारो कोनो (Taro Kono) का पुरजोर समर्थन करते दिख रहे हैं. अगले पीएम के लिए एक स्थानीय अखबार की तरफ से किये गए लगातार दूसरे सर्वे में तारो कोनो फेवरेट बन कर उभरे हैं.
मौजूदा प्रधानमंत्री योशीहिदे सुगा ने 3 अगस्त को घोषणा की कि वह पद छोड़ रहे हैं. सत्ताधारी लिबरल डेमोक्रेटिक पार्टी (LDP) के अध्यक्ष पद के लिए चुनाव 29 सितंबर को होना है.
जापान की संसद में LDP पार्टी का बहुमत गारंटी देता है कि जो 29 सितंबर को पार्टी अध्यक्ष के पद के लिए होने वाले चुनाव में जीतेगा, वह प्रधानमंत्री बनेगा. यही कारण है कि LDP के तमाम नेताओं ने अपनी दावेदारी तेज कर दी है. लेकिन जनता के बीच तारो कोनो फेवरेट दिख रहे हैं.
6 अगस्त को प्रकाशित, स्थानीय अखबार योमीउरी शिंबुन द्वारा किए गए सर्वेक्षण के अनुसार, 23% उत्तरदाताओं ने कहा कि कोविड-19 वैक्सीन के प्रभारी मंत्री तारो कोनो अगले प्रधानमंत्री के लिए सबसे उपयुक्त व्यक्ति हैं
5 अगस्त को भी सर्वे में तारो कोनो 31.9% वोट के साथ फेवरेट के रूप में सामने आये थें.
सर्वे में तारो कोनो के बाद पूर्व रक्षा मंत्री शिगेरू इशिबा ने 21% वोट के साथ कड़ी टक्कर में है. पहले ही औपचारिक रूप से अपनी उम्मीदवारी की घोषणा कर चुके पूर्व विदेश मंत्री फुमियो किशिदा, सर्वे में 12% वोट के साथ पीछे दिख रहे हैं.
जापान में सफल वैक्सीन प्रोग्राम के बाद बनी इमेज
शुरआती धीमी रफ़्तार के बावजूद पिछले एक महीने में जापान के नागरिकों को किसी भी अन्य प्रमुख, औद्योगिक देश की तुलना में तेजी से कोविड-19 वैक्सीन लग रहे हैं. इसके पीछे कोविड-19 वैक्सीन के प्रभारी मंत्री तारो कोनो की महत्वपूर्ण भूमिका बताई जा रही है.
अगस्त के अंत तक जापान की 45 प्रतिशत आबादी को वैक्सीन के दो डोज लग गए थे और कुछ ही हफ्तों में इस मामले में जापान अमेरिका से आगे निकल सकता है. अमेरिका ने वर्तमान में अपनी लगभग 52 प्रतिशत आबादी को पूरी तरह से वैक्सीन लगाया है.
जापान में करीब 90 प्रतिशत वरिष्ठ नागरिकों को पूरी तरह से वैक्सीन लगाया जा चूका है, जो कि बहुत पहले अपने वैक्सीन ड्राइव शुरू करने वाले कई देशों की तुलना में अधिक है.
युवा वोटरों पर है तारो कोनो की पकड़
58 वर्षीय तारो कोनो जापान के पूर्व विदेश और रक्षा मंत्री हैं. वर्तमान में वो कोविड-19 वैक्सीन के प्रभारी मंत्री हैं. जॉर्ज टाउन विश्वविद्यालय से स्टडी पूरी करने वाले और धाराप्रवाह अंग्रेजी बोलने में सक्षम तारो कोनो की युवा मतदाताओं पर पकड़ है.
दो भाषाओं में सक्रिय उनकी सोशल मीडिया उपस्थिति और सिर्फ जापानी पेज पर 2.3 मिलियन फॉलोवर्स के साथ कोनो ने युवा जापानियों के भी अपनी लोकप्रियता बढ़ाई है.
कोनो लंबे समय से प्रधान मंत्री पद के लिए मतदाताओं के बीच एक पसंदीदा उम्मीदवार रहे हैं और उन्होंने पीएम बनने की अपनी इच्छा को छुपाया भी नहीं है. लेकिन पार्टी के वरिष्ठ नेता उनकी मुखरता और विद्रोही इमेज के कारण उनसे सावधान हैं. दूसरों को लगता है कि कोना अभी भी पीएम पद के लिए बहुत युवा हैं.
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