अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन (Joe Biden) मंगलवार, 7 दिसंबर को अपने रूसी समकक्ष, व्लादिमीर पुतिन (Vladimir Putin) के साथ एक महत्वपूर्ण वीडियो कॉल पर आमने-सामने होंगे. इस वर्चुअल मीटिंग में दोनों नेताओं के यूक्रेन (Ukraine) में बढ़ते संघर्ष पर राजनयिक संबंधों को संबोधित करने की उम्मीद लगायी जा रही है.
मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, बाइडेन इस बैठक में पुतिन को चेतावनी दे सकते हैं कि अगर वो यूक्रेन पर हमला करने के लिए सीमा पर मौजूद रूसी सेना को आदेश देते हैं, तो अमेरिका और उसके यूरोपीय सहयोगी रूस को अंतरराष्ट्रीय वित्तीय प्रणाली से अलग-थलग करने के लिए आगे बढ़ सकते हैं, शीर्ष रूसी बैंकों और राष्ट्रपति पुतिन के कई करीबी सहयोगी पर आर्थिक प्रतिबंध लगा सकते हैं.
अमेरिका-रूस : ये वर्चुअल मीटिंग क्यों है महत्वपूर्ण ?
बाइडेन-पुतिन के बीच का यह वीडियो कॉल कई मायनों में अमेरिका और रूस के आपसी संबंधों के भविष्य के साथ-साथ अंतरराष्ट्रीय भू-राजनीति के लिए महत्वपूर्ण माना जा रहा है.
दोनों राष्ट्राध्यक्षों के बीच यह बैठक यूक्रेन के मुद्दे पर उच्च तनाव के बीच होने जा रही है. अमेरिकी खुफिया विभाग के अनुसार 175,000 सैनिकों के साथ रूस यूक्रेन पर आक्रमण करने के लिए तैयार है.
हालांकि रूस ने यूक्रेन पर कब्जा करने के लिए हमला करने की योजना से इनकार किया है, लेकिन उसकी सेना ने 2014 में ऐसा किया था और यूक्रेन को वह "महत्वपूर्ण राष्ट्रीय सुरक्षा हितों" के रूप में देखता है.
दूसरी तरफ अमेरिका अभी यूक्रेन की तरफ से लड़ने के लिए अपने सैनिकों को प्रतिबद्ध नहीं करना चाहता है बल्कि इसकी जगह यूक्रेन की मदद करने के लिए रूस की सीमा से लगे नाटो सहयोगियों को अधिक मदद का प्रयास कर रहा हैं.
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