अफगानिस्तान (Afghanistan) की राजधानी काबुल (Kabul Blast) में एक भीषण धमाका हुआ. मस्जिद में हुए इस धमाके में कम से कम 20 लोगों की जान चली गई, जबकि 40 से ज्यादा लोग घायल हैं. मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, धमाका देश की राजधानी काबुल के उत्तरी इलाके में हुआ.
समाचार एजेंसी एएनआई की एक रिपोर्ट के अनुसार, अफगान सुरक्षा सूत्र ने अल जजीरा को बताया कि, "काबुल के उत्तर में एक मस्जिद में विस्फोट के बाद, 20 लोग मारे गए और 40 अन्य घायल हो गए."
तालिबान का दावा है कि अफगानिस्तान पर उनका पूरा नियंत्रण है लेकिन फिर भी देश भर में नागरिकों पर हमले की खबरें आती रहती हैं.
किसी आतंकवादी समूह ने अभी नहीं ली जिम्मेदारी
अभी तक, अफगानिस्तान सरकार ने हताहतों के संबंध में कोई आधिकारिक बयान जारी नहीं किया है. अभी तक किसी आतंकवादी समूह ने भी इस विस्फोट की जिम्मेदारी नहीं ली है, लेकिन रिपोर्ट्स के अनुसार, तालिबान का मानना है कि इस विस्फोट को पिछले दो बार की तरह ही इस्लामिक स्टेट ने अंजाम दिया था.
हाल के दिनों में तीसरा बड़ा हमला
मरने वालों में आमिर मोहम्मद काबुली नाम के एक इस्लामिक मौलवी भी शामिल हैं. इस्लामिक स्टेट ने दोनों हमलों की जिम्मेदारी ली थी. यह धमाका तालिबान के सत्ता में पूरे एक साल पूरा करने के तुरंत बाद हुआ है और ये हाल ही में अफगानिस्तान में धार्मिक स्थलों पर हुआ तीसरा बड़ा हमला है. दो हफ्ते पहले काबुल में हुए दो घातक धमाकों में 10 लोगों की मौत हो गई थी, जबकि 40 अन्य घायल हो गए थे.
हालांकि अफगानिस्तान सरकार की तरफ से इस घटना में मरने वालों की संख्या के बारे में कोई आधिकारिक डेटा जारी नहीं किया गया है, लेकिन उम्मीद की जा रही है कि धमाका इतना भीषण था कि मरने वाले लोगों की संख्या बढ़ सकती है.
(डिस्कलेमर- इस खबर में पहले भूलवश अफगानिस्तान की ही प्रतीकात्मक तस्वीर लगा दी गई थी. जो बाद में ठीक की गई है.)
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