कैलाश सत्यार्थी की अध्यक्षता में 59 नोबेल पुरस्कार विजेताओं ने भारत और पाकिस्तान के प्रधानमंत्रियों से शांति की अपील की है. नोबेल विजेताओं ने दोनों पीएम से तनाव को कम करने और किसी भी तरह से युद्ध की स्थिति से बचने की मांग की है.
कैलाश सत्यार्थी ने अपनी अपील में कहा कि ‘बच्चों का युद्ध के हालात पैदा करने में कोई योगदान नहीं होता, लेकिन वही सबसे ज्यादा प्रभावित होते हैं. इसलिए शांति के लिए सभी तरह की कोशिशें की जानी चाहिए.’
अपील में आगे कहा गया, ‘हम अपने बच्चों के हित में प्रधानमंत्री मोदी और पीएम इमरान खान से मांग करते हैं कि वे समझदारी का परिचय दें और तुरंत युद्ध के इस नाजुक मोड़ पर लगाम लगाएं.’
सत्यार्थी की अपील वाले इस लेटर को यूएन में दोनों देशों के रिप्रेजेंटेटिव्स को सौंप दिया गया है. लेटर में ये भी कहा गया कि ‘हिंसा, कट्टरता और आतंकवाद के लिए सभ्य दुनिया में कोई जगह नहीं है.'
इस महामारी को जड़ से खत्म करने के लिए तय वक्त में मजबूत कदम उठाने होंगे. हम फिर कहते हैं कि बच्चों की युद्ध पैदा करने में कोई भूमिका नहीं होती, लेकिन वो इससे सबसे ज्यादा प्रभावित होते हैं. इसलिए हम दोनों प्रधानमंत्रियों, मीडिया, युवा और नागरिकों से ये अपील करते हैं कि जल्द से जल्द क्षेत्र में शांति पैदा करने की दिशा में कोशिश करें.नोबेल विजेताओं की अपील
28 फरवरी को कैलाश सत्यार्थी ने दोनों देशों से शांति की अपील करते हुए ट्वीट भी किया था. इसके बाद उन्होंने दुनिया के तमाम नोबेल विजेताओं से शांति की अपील करने के लिए कहा था.
इसके बाद 'लौरेट्स एंड लीडर्स फॉर चिल्ड्रन' के बैनर तले दुनिया भर के 59 नोबेल विजेता एकसाथ आए थे. इनमें फिजिक्स, केमिस्ट्री, इकनॉमिक्स, मेडीसिन और शांति के लिए नोबेल जीत चुके व्यक्ति शामिल हैं.
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