सोशल नेटवर्किंग साइट फेसबुक के संस्थापक मार्क जकरबर्ग ने डेटा लीक मामले में अमेरिकी संसद के सामने दूसरे दिन भी पेश हुए. जकरबर्ग ने अमेरिकी सीनेटर्स के सामने कैंब्रिज एनालिटिका डेटा लीक को लेकर कई तीखे सवालों के जवाब दिए.
जकरबर्ग ने बताया कि जिन 8 करोड़ 70 हजार लोगों के फेसबुक डेटा का इस्तेमाल किया है, उनमें उनका पर्सनल डेटा भी शामिल था.
न्यू जर्सी के प्रतिनिधि फ्रैंक पालोन ने पूछा, 'अगर फेसबुक का ही अपने डेटा पर कंट्रोल नहीं है तो यूजर्स का इस पर कंट्रोल कैसे हो सकता है?'
यूएस हाउस ऑफ रिप्रजेंटेटिव्स एनर्जी और कॉमर्स कमिटी के सदस्यों के सामने फेसबुक चीफ एग्जिक्यूटिव ने बताया, “हर बार जब भी कोई यूजर कोई भी चीज शेयर करना चाहता है तो उसके पास उसका कंट्रोल होता है. बिल्कुल उसी जगह पर. इसके लिए अलग से किसी सेटिंग में जाने की जरूरत नहीं है.”
जकरबर्ग को 2 दिन तक अमेरिकी संसद में पेश होना था. मंगलवार को दूसरे दिन उन्होंने संसद में करीब 5 घंटे तक अमेरिकी सांसदों के सवालों के जवाब दिए थे. 44 सीनेटर्स ने जकरबर्ग से सवाल पूछे, जिनका उन्होंने जवाब दिया.
बता दें, जकरबर्ग ने पहले दिन फेसबुक के जरिए हुई गड़बड़ियों की जिम्मेदारी ली और चुनावों के दौरान लोगों का भरोसा बनाए रखने की बात कही थी. उन्होंने कहा था कि उन्हें यकीन है फेसबुक दुनिया में सकारात्मकता के लिए काम करेगी.
जकरबर्ग ने डेटा लीक की जिम्मेदारी लेते हुए माफी मांगी थी. उन्होंने कहा, 'यह मेरी गलती है और मैं इसके लिए माफी मांगता हूं. मैंने फेसबुक शुरू किया, मैं इसे चलाता हूं और यहां जो कुछ भी होता है उसके लिए मैं जिम्मेदार हूं.'
जकरबर्ग ने भारत में अगले साल होने वाले आम चुनावों के दौरान लोगों का भरोसा बहाल करने का आश्वासन देते हुए कहा था, भारत में आने वाले चुनावों में पूरी ईमानदारी बरती जाएगी.
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