सोशल नेटवर्किंग साइट फेसबुक के संस्थापक मार्क जकरबर्ग ने डेटा लीक मामले में अमेरिकी संसद के सामने पेश होकर माफी मांगी. जकरबर्ग ने अमेरिकी सीनेटर्स के सामने कैंब्रिज एनालिटिका डेटा लीक को लेकर कई तीखे सवालों के जवाब दिए. 44 सीनेटर्स ने जकरबर्ग से सवाल पूछे, जिनका उन्होंने जवाब दिया.
जकरबर्ग ने फेसबुक के जरिए हुई गड़बड़ियों की जिम्मेदारी ली और चुनावों के दौरान लोगों का भरोसा बनाए रखने की बात कही. जकरबर्ग ने कहा कि उन्हें यकीन है फेसबुक दुनिया में सकारात्मकता के लिए काम करेगी.
जकरबर्ग ने कहा- हमने कई गलतियां की
जकरबर्ग ने डेटा लीक की जिम्मेदारी लेते हुए माफी मांगी. उन्होंने कहा, 'यह मेरी गलती है और मैं इसके लिए माफी मांगता हूं. मैंने फेसबुक शुरू किया, मैं इसे चलाता हूं और यहां जो कुछ भी होता है उसके लिए मैं जिम्मेदार हूं.'
जकरबर्ग ने भारत में अगले साल होने वाले आम चुनावों के दौरान लोगों का भरोसा बहाल करने का आश्वासन दिया. उन्होंने कहा, भारत में आने वाले चुनावों में पूरी ईमानदारी बरती जाएगी.
‘हम गलत इस्तेमाल नहीं रोक पाए’
डेटा लीक पर जकरबर्ग ने कहा कि वह टूल्स के गलत इस्तेमाल को नहीं रोक पाए. उन्होंने कहा, ‘हम फेक न्यूज, हेट स्पीच, चुनावों में विदेशी हस्तक्षेप, डेटा प्राइवेसी जैसे नुकसान को नहीं रोक पाए.' अपनी गलती मानते हुए जकरबर्ग ने कहा कि यह हमारी जिम्मेदारी है कि हम न केवल टूल्स बनाएं, बल्कि इस बात का भी ध्यान रखें कि उसका सही और बेहतर इस्तेमाल हो.
जकरबर्ग ने कहा, ‘हम इसके गलत इस्तेमाल को रोकने के लिए पर्याप्त कदम नहीं उठा पाए. हम अपनी जिम्मेदारी को बेहतर तरीके से नहीं निभा पाए. यह बड़ी गलती है और मैं माफी मांगता हूं. मैंने फेसबुक शुरू किया, मैं इसे चलाता हूं और यहां जो कुछ भी होता है उसके लिए मैं ही जिम्मेदार भी हूं.’
'हम भारत में होने वाले चुनाव में ईमानदारी बरतेंगे'
फेसबुक के फाउंडर जकरबर्ग ने चुनावों को लेकर कहा कि वह लोगों के भरोसे को बहाल करेंगे. उन्होंने कहा, 'साल 2018 पूरी दुनिया के लिए एक महत्वपूर्ण साल है. भारत, पाकिस्तान जैसे कई देशों में चुनाव होने हैं. हम यह सुनिश्चित करने के लिए हर संभव प्रयास करेंगे कि ये चुनाव सुरक्षित हों.'
उन्होंने कहा, 2016 में हुए अमेरिकी चुनावों के बाद हमारी प्राथमिकता दुनियाभर में हो रहे चुनावों में सतर्कता बरतने की है.
‘नहीं पता था कि कैंब्रिज एनालिटिका ट्रंप के लिए कैंपेन कर रही है’
जकरबर्ग ने कहा कि मुझे पता नहीं था कैंब्रिज एनालिटिका ट्रंप के लिए कैंपेन कर रही है. उन्होंने कहा, 'हम जांच कर रहे हैं कि कैंब्रिज एनालिटिका ने क्या और कैसे गोपनीय जानकारी जुटाई. अब हमें पता है कि उन्होंने किसी ऐप डिवेलपर से खरीद कर लाखों लोगों की जानकारी, जैसे नाम, प्रोफाइल पिक्चर्स और फॉलो किए जाने वाले पेजों की जानकारी गलत तरीके से जुटाई है.'
जकरबर्ग ने कहा कि यूजर्स की निजी जानकारियों को बाहरी लोगों से बचाने के लिए कंपनी ने कई कदम उठाए हैं.
‘हेट स्पीच’ से निपटने के लिए और कदम उठाएंगे
फेसबुक के फाउंडर जकरबर्ग ने सोशल मीडिया के जरिए नफरत भरे बयानों से निपटने के लिए और कदम उठाने का वादा किया. अमेरिकी सीनेटर पैट्रिक लीही के रोहिंग्या मुसलमानों के खिलाफ बढ़ते नफरत भरे बयानों में फेसबुक की भूमिका पर सवाल करने पर जकरबर्ग ने अमेरिकी सांसदों ने कहा, ‘‘म्यामांर में जो हो रहा है वह भयावह है...इससे निपटने के लिए और कदम उठाने की आवश्यकता है.''
लीही ने मुस्लिम पत्रकार की मौत का हवाला देते हुए कहा था, ‘‘हाल ही में, संयुक्त राष्ट्र जांचकर्ताओं ने म्यामांर में संभावित नरसंहार को उकसाने में फेसबुक को दोषी ठहराया था.'' जकरबर्ग ने कहा कि फेसबुक इस पर काम कर रहा है और म्यामांर में नफरत भरे बयानों से निपटने के लिए कई कदम उठा रहा है.
जुकरबर्ग ने सीनेट की वाणिज्य और न्यायपालिका समितियों के सामने अपनी टिप्पणियों की शुरूआत डोनाल्ड ट्रंप के राष्ट्रपति पद के अभियान से जुड़ी डेटा फर्म कैंब्रिज एनालिटिका को चुनावों को प्रभावित करने की कोशिश में 8.7 करोड़ उपयोगकर्ताओं से निजी जानकारी एकत्रित करने से रोकने में नाकाम रहने की जिम्मेदारी लेते हुए की थी.
जकरबर्ग पहले भी उपयोगकर्ताओं और जनता से कई बार माफी मांग चुके हैं लेकिन यह उनके करियर में पहली बार है जब वह संसद के सामने उपस्थित हुए हैं.
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