ADVERTISEMENTREMOVE AD

'पावरलेस' पाकिस्तान में इंटरनेट बंदी की नौबत, 1 महीने में करीब डबल महंगाई की आफत

Pakistan Economic Crisis: पाकिस्तान सरकार के मंत्री जनता से अर्थव्यवस्था को बचाने के लिए कम चाय पीने को कह चुके हैं

Published
story-hero-img
i
छोटा
मध्यम
बड़ा

भारत का पड़ोसी देश पाकिस्तान सिर्फ राजनीतिक अस्थिरता के दौर से नहीं बल्कि अपने इतिहास के सबसे खराब आर्थिक दौर (Pakistan Economic Crisis) से भी गुजर रहा है. जहां एक तरफ पाकिस्तान में जून में महंगाई बढ़कर 21.3 प्रतिशत तक पहुंच गयी, जो पिछले 13 सालों में सबसे अधिक है, वहीं दूसरी तरफ बिजली की किल्लत के कारण टेलीकॉम कंपनियों ने इंटरनेट बंद करने की धमकी दे दी है.

ADVERTISEMENTREMOVE AD

महंगाई की मार,पाकिस्तान के गांवों में ज्यादा हाहाकार

पाकिस्तान ब्यूरो ऑफ स्टेटिस्टिक्स ने शुक्रवार, 30 जून को महंगाई के आंकड़े जब जारी किए तो बदतर आर्थिक हालात की कहानी बयां हो गयी. उपभोक्ता मूल्य सूचकांक के रूप में नापी जाने वाली महंगाई जून के महीने में बढ़कर 21.32% हो गयी है, जो पिछले 13 सालों में सबसे अधिक है.

मालूम हो कि इसके पिछले महीने, मई में पाकिस्तान में महंगाई 13.76% थी. यानी पहले ही यह सामान्य स्तर से करीब 7% अधिक थी. लेकिन एक महीने में यह 6.34% बढ़कर 21.32% हो गयी, जो दिसंबर 2008 के बाद से उच्चतम स्तर है, जब महंगाई 23.3 % थी.

महंगाई ने खासकर पाकिस्तान के ग्रामीण इलाकों में ज्यादा कहर ढाया है. पाकिस्तान ब्यूरो ऑफ स्टेटिस्टिक्स के आंकड़ों के मुताबिक शहरी इलाकों में महंगाई जहां 19.84 फीसदी है वहीं ग्रामीण इलाकों में यह 23.55 फीसदी बढ़ी है.

वैसे तो पाकिस्तान में अधिकतर सेक्टर में महंगाई 10% से अधिक देखने को मिली. लेकिन सबसे ज्यादा असर परिवहन क्षेत्र में देखने को मिली, जिसमें यह आंकड़ा खतरनाक 62.17% के स्तर पर है. इसके अलावा खराब होने वाली खाद्य सामग्री की कीमतों में भी 36.34% की महंगाई देखने को मिली है.

आगे राहत की उम्मीद नहीं है

डॉन की रिपोर्ट के अनुसार पाकिस्तान के वित्त मंत्रालय ने इसके पहले ही भविष्यवाणी की थी कि आगामी वित्तीय वर्ष में महंगाई की दर 15 प्रतिशत से अधिक रहेगी, जो 1 जुलाई (आज) से शुरू हुआ है. ध्यान रहे कि यह सरकारी अनुमान है, जो अमूमन वास्तविक अनुमान से कम ही होता है.

पाकिस्तानी वित्त मंत्रालय के आर्थिक सलाहकार विंग (ईएडब्ल्यू) ने अपने आर्थिक अपडेट में यह भी कहा कि अंतरराष्ट्रीय तेल की कीमतों में हलचल के कारण घरेलू ऊर्जा उत्पादों की महंगाई में वृद्धि की उम्मीद है. उम्मीद जताई गयी है कि अंतरराष्ट्रीय कमोडिटी की कीमतों में गिरावट और स्थिर होने के बाद महंगाई का दबाव कम हो सकता है.

बिजली की ऐसी किल्लत- पाकिस्तान में मोबाइल,इंटरनेट सेवा पर संकट

पाकिस्तान के नेशनल इन्फॉर्मेशन टेक्नोलॉजी बोर्ड (NITB) ने देश में बिजली की किल्लत के बीच मोबाइल और इंटरनेट सेवाएं बंद करने की चेतावनी दी है. दरअसल यह धमकी खुद इंटरनेट सेवा देने वाली टेलिकॉम कंपनियां दे रही हैं. NITB ने ट्विटर पर लिखा कि

"पाकिस्तान में दूरसंचार ऑपरेटरों ने देश भर में लंबे समय तक बिजली गुल रहने के कारण मोबाइल और इंटरनेट सेवाओं को बंद करने की चेतावनी दी है, क्योंकि बिजली की किल्लत उनके ऑपरेशन में समस्या और बाधा पैदा कर रही है"

दूसरी तरफ खुद पाकिस्तान के नए-नवेले प्रधानमंत्री शाहबाज शरीफ उनके सामने मौजूद चुनौतियों को स्वीकार कर रहे हैं. जियो न्यूज की रिपोर्ट के अनुसार पाकिस्तानी प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ ने देश को चेतावनी दी है कि जुलाई के आने वाले महीने में उन्हें लोड शेडिंग यानी बिजली कटौती का सामना करना पड़ सकता है.

(क्विंट हिन्दी, हर मुद्दे पर बनता आपकी आवाज, करता है सवाल. आज ही मेंबर बनें और हमारी पत्रकारिता को आकार देने में सक्रिय भूमिका निभाएं.)

सत्ता से सच बोलने के लिए आप जैसे सहयोगियों की जरूरत होती है
मेंबर बनें
×
×