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‘’आखिरी ओवर तक टिका रहूंगा’’-अविश्वास प्रस्ताव के बीच इमरान खान की दो टूक

पाकिस्तान के नाम संबोधन में बोले इमरान खान- ‘मैं अमेरिका-भारत का विरोधी नहीं’

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विपक्ष के अविश्‍वास प्रस्‍ताव का सामना कर रहे पाकिस्‍तान के प्रधानमंत्री इमरान खान (Imran Khan) ने आज अपने देश को संबोधित किया. इस दौरान उन्होंने कहा कि मुझे किसी ने कहा कि आप इस्तीफा दे दीजिए. जो मेरे साथ क्रिकेट खेलते थे उन्होंने देखा है कि मैं आखिरी गेंद तक मुकाबला करता हूं. मैंने हार कभी जिंदगी में नहीं मानी. जो भी नतीजा होगा उससे बाद मैं और ज्यादा ताकतवर होकर सामने आऊंगा. जितना मेरी जिंदगी में जरूरत थी मुझे उतनी शोहरत और पैसा मिला था. उन्होंने कहा कि इस संडे को इस मुल्क का फैसला होगा कि ये किस तरफ जाएगा. रविवार को पाकिस्तान नेशनल असेंबली में वोट डाले जाएंगे.

मुझे आज किसी चीज की जरूरत नहीं है, अल्लाह ने मुझे सब कुछ दिया जिसके लिए मैं बहुत शुक्रगुजार हूं. पाकिस्तान मुझसे सिर्फ 5 साल बड़ा है, मैं आजादी के बाद पैदा होने वाले देश की पहली पीढ़ी से हूं. इमरान खान ने कहा कि मैं अपनी कौन को गुलामी नहीं करने दूंगा.

'पाकिस्तान दहशतगर्दी के खिलाफ'

इमरान खान ने आगे कहा कि पाकिस्‍तान दहशतगर्दीं के खिलाफ है, कबाइली इलाके इसके बारे में बेहतर तरीके से जानते हैं. न मैं एंटी हिंदुस्‍तान हूं और न ही एंटी अमेरिका हूं. भारत और अमेरिका में मेरे बहुत से दोस्‍त हैं. मैं केवल उनकी नीतियों का आलोचक हूं.

अगर हम अमेरिका का समर्थन नहीं करते हैं तो यह हमारे लिए अच्‍छा नहीं होगा. 9/11 के दौरान हमने कहा था कि अगर अमेरिका में कोई आतंकवादी घटना होती है तो हमें उनकी सहायता करनी चाहिए लेकिन यह हमारी लड़ाई नहीं थी. अमेरिका का हिमायती बनना, परवेज मुशर्रफ की बड़ी गलती थी, मैं आजाद विदेश नीति का पक्षधर हूं.
इमरान खान, पीएम, पाकिस्तान
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‘हिंदुस्तान से दोस्ती की पूरी कोशिश की’

इमरान खान ने कहा कि मैंने हिंदुस्तान से दोस्ती की पूरी कोशिश की लेकिन जब उन्होंने कश्मीर का स्टेटस खत्म किया तब मैंने उनके खिलाफ बोलना शुरू किया.

इमरान खाने ने संबोधन के दौरान पाकिस्तान के पूर्व प्रधानमंत्री नवाज शरीफ पर आरोप लगाते हुए कहा कि नवाज शरीफ, नरेंद्र मोदी से छुप-छुपकर मिलते थे. उन्होंने कहा कि मैं चुप नहीं बैठूंगा, मैंने सारी जिंदगी मुकाबला किया है, अल्लाह ने मुझे इसकी सलाहियत दी है. मैं स्ट्रगल करके यहां पहुंचा हूं, मैं किसी भी कीमत पर इस साजिश को कामयाब नहीं होने दूंगा.

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