पाकिस्तान में स्वतंत्र, निष्पक्ष और बिना किसी पक्षपात के चुनाव हो, इसलिए सोमवार को वहां कार्यवाहक प्रधानमंत्री नियुक्त किया गया. वहां के चीफ जस्टिस रह चुके नासिर-उल-मुल्क को दो महीने के लिए ये पद सौंपा गया है. पाकिस्तान में कार्यवाहक प्रधानमंत्री का काम संसद भंग करने और नई सरकार के शपथ ग्रहण करने के बीच के समय में देश चलाने का होता है
पक्ष-विपक्ष मिलकर लेता है फैसला
पाकिस्तान में विपक्ष के नेता खुर्शीद शाह के साथ प्रधानमंत्री शाहिद खाकान अब्बासी और नेशनल एसेंबली के अध्यक्ष अयाज सादिक ने नए कार्यवाहक प्रधानमंत्री के नाम की घोषणा की. पीएमएल-एन और विपक्ष के बीच कार्यवाहक प्रधानमंत्री के नाम को लेकर लंबे समय से गतिरोध चल रहा था. इस पद के लिए नाम पर सहमति बनाने के लिए सरकार और विपक्ष के बीच छह बैठकें हुई. अब्बासी ने कहा, ‘‘कार्यवाहक प्रधानमंत्री के तौर पर उनकी भूमिका देश और लोकतांत्रिक प्रक्रिया के पक्ष में होगी.''
चुनावी प्रक्रिया में सुधरा है पाकिस्तान?
पाकिस्तान में पिछले कुछ साल से चुनाव की प्रक्रिया थोड़ी सही हुई है. ये सरकार अपने 5 साल पूरे करने जा रही है. ऐसा पाकिस्तान में कम ही होता है. आपको जानकर हैरानी हो सकती है कि पाकिस्तान में अबतक कोई भी प्रधानमंत्री अपना 5 साल का कार्यकाल पूरा नहीं कर सका है. शुरुआती 10 साल में पाकिस्तान ने 7 प्रधानमंत्री देखे. हालिया कुछ साल से चुनाव व्यवस्था को लेकर पाकिस्तान में थोड़ा सकारात्मक परिवर्तन देखा गया है.
कौन हैं पाकिस्तान के कार्यवाहक प्रधानमंत्री?
पाकिस्तान के नए प्रधानमंत्री जस्टिस नासिर-उल-मुल्क, खैबर पख्तूनख्वा प्रांत के रहने वाले हैं. उनका जन्म 17 अगस्त 1950 में हुआ था. उन्होंने वकील के तौर पर अच्छा खासा काम किया है, साल 2014 में पाकिस्तान के 22वें चीफ जस्टिस नियुक्त होने से पहले काफी साल तक वो न्यायाधीश रहे. बता दें कि राष्ट्रपति ममनून हुसैन ने शनिवार को आम और प्रांतीय चुनाव के लिए 25 जुलाई की तारीख को मंजूरी दी.
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