पनामा पेपर केस में पाकिस्तान के पूर्व प्रधानमंत्री नवाज शरीफ मंगलवार को कोर्ट में पेश हुए. शरीफ सोमवार को ही लंदन से पाकिस्तान लौटे हैं. कोर्ट में सुनवाई के लिए शरीफ थोड़ी देर रुके. सुनवाई के दौरान शरीफ ने जस्टिस मुहम्मद बशीर को बताया कि उनकी पत्नी की तबियत ठीक नहीं है और उन्हें उनकी देखभाल करने की जरूरत है. इसके बाद उन्हें जाने की इजाजत दे दी गई.
यह पेशी महज एक औपचारिकता थी ताकि यह सुनिश्चित किया जा सके कि आरोपी मुकदमे का सामना करने के लिए तैयार है. शरीफ करीब 10 मिनट तक अदालत में रहे. शरीफ के साथ उनके वकील ख्वाजा हारिस भी मौजूद थे. जो भ्रष्टाचार के मामलों में वकील के तौर पर उनका प्रतिनिधित्व करेंगे.
करप्शन के मामले में चल रहा है केस
शरीफ परिवार के खिलाफ इस्लामाबाद की कोर्ट में सुनवाई चल रही है. कोर्ट ने पिछले हफ्ते शरीफ, उनकी बेटी मरियम और दामाद कैप्टन (सेवानिवृत्त) सफदर को 26 सितंबर को पेश होने के लिए कहा था.
पाकिस्तान मुस्लिम लीग-नवाज (पीएमएल-एन) के नेताओं, वकीलों, सांसदों और कुछ मंत्रियों समेत शरीफ के सैकड़ों समर्थक कोर्ट में मौजूद थे. कोर्ट के आसपास सुरक्षा के भारी इंतजाम किए गए थे. इससे पहले शरीफ इस्लामाबाद से सुबह करीब साढ़े आठ बजे पंजाब हाउस से कोर्ट में पेशी के लिए रवाना हुए थे.
इस मामले में कोर्ट 2 अक्टूबर को शरीफ पर अभियोग लगाने का फैसला किया है. कोर्ट ने उनके बच्चों और दामाद के खिलाफ भी नया गिरफ्तारी वारंट जारी किया है. सुनवाई जब फिर से शुरू हुई तब जज ने मरियम, हुसैन, हसन और शरीफ के दामाद सफदर के बारे में पूछा जिन्हें आज पेश होने का आदेश दिया गया था.
शरीफ के वकील हारिस ने कहा कि वो अपनी बीमार मां की देखभाल के लिए लंदन में हैं, लेकिन कोर्ट ने उनकी दलील खारिज कर दी और 2 अक्टूबर को उन्हें कोर्ट में पेश होने का निर्देश दिया.
(इनपुट भाषा से)
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