पाकिस्तान (Pakistan) के पूर्व राष्ट्रपति जनरल परवेज मुशर्रफ (Parvez Musharraf) का निधन हो गया. वह 79 साल के थे. दुबई के अस्पताल में आखिरी सांस ली. मुशर्रफ 20 जून 2001 से 18 अगस्त 2008 तक पाकिस्तान के राष्ट्रपति रहे. मई 2016 में देशद्रोह के आरोप में उन्हें भगोड़ा घोषित कर दिया गया था, जिसके बाद वे दुबई चले गए थे. पाकिस्तान के SAMAA TV को दिए एक इंटरव्यू में परवेज मुशर्रफ ने राजनीति से अलग अपनी जिंदगी के बारे में बात की. विभाजन के बाद भारत से पाकिस्तान आने और खाने-पीने के शौक के बारे में बताया था.
लंदन-दुबई में नहीं मिलता पाकिस्तान का स्वाद
परवेज मुशर्रफ जब पाकिस्तान वापस आए थे तब SAMAA TV ने उनसे इंटरव्यू किया था. कौन सी चीज थी जो पाकिस्तान खींच कर लाई? इस सवाल के जवाब में परवेज मुशर्रफ ने कहा, इसका तो छोटा जवाब ये है कि यहां कि गुलाब जामुन, बर्फी, पान. लंदन और दुबई में नहीं मिलते हैं. यहां हमारे दोस्त हैं. रिश्तेदार हैं. सब कुछ यहीं पर है.
मीठा खाने का शौक ज्यादा हैं या नमकीन है? इस पर परवेज मुशर्रफ ने कहा था, मीठा अच्छा लगता है, लेकिन उम्र के साथ थोड़ा कंट्रोल किया है. कमांडोज में 8-9 साल रहा तो उल्टी सीधी सभी चीजें खाना सिखाया गया. पहाड़ों में अकेले हो तो हर चीज खाओ. ऐसी ही ट्रेनिंग दी गई.
"मेरे पिता भारत से 6-7 लाख रुपए लाए थे"
कोई करप्शन का आरोप नहीं लगा या साबित नहीं हुआ...इस सवाल पर परवेज मुशर्रफ ने कहा, एक तो घर का माहौल ही ऐसा मिला. मेरे पिता भारत से जब आए तो 6-7 लाख रुपए मिनिस्ट्री ऑफ फॉरेन अफेयर्स के ट्रंक में लाए थे. ट्रेन से आ रहे थे तब पूरे रास्त उस पैसे को सिर के नीचे ही रखे रहे. दूसरा जब मेरे बड़े भाई सीएसपी बने. तब मेरे वालिद ने उनसे कहा था कि मैंने कभी सुना कि तुमने कोई रिश्वत ली है तो ठीक नहीं होगा. आगे मैंने भी इसी का पालन किया.
"बड़े भाई की वजह से मुझे स्कूल में डांट पड़ती थी"
किस तरह का संगीत पसंद है? इसके जवाब में परवेज मुशर्रफ ने कहा था कि गजलें और कोक स्टूडियो के गाने बहुत पसंद हैं. स्कूल में कैसे थे, इसके जवाब में मुशर्रफ ने कहा था, मैं पढ़ाई में बहुत आगे नहीं था. शरारत बहुत करता था. मेरा बड़ा भाई बहुत तेज था. मैं उससे एक साल पीछे था तो मेरे टीचर उससे कम्पेयर करते थे और मुझे डांट पड़ती थी. लेकिन बड़े होने के साथ किताब के साथ लगाव रहा. लेकिन सिर्फ किताबी कीड़ा होना ठीक नहीं है. ऐसा व्यक्ति सफल नहीं होता है.
"पत्नी के लिए गिफ्ट खरीदना सबसे मुश्किल काम"
लव मैरिज थी या अरेंज.. जवाब में मुशर्रफ ने कहा था कि अरेंज मैरिज. पत्नी के लिए तोहफा खरीदना मुश्किल लगता है. एक मर्द को पत्नी के लिए तोहफा खरीदना आसान नहीं है. पता नहीं होता कि कौन सा कपड़ा अच्छा है और कौन सा खराब. कौन सा बैग खूबसूरत है और कौन सा नहीं. तो बेहतर यही है कि वह खुद ही खरीद ले पैसे आप दे दें.
"अमेरिकन जोक्स समझ नहीं आते"
इंटरव्यू के दौरान परवेज मुशर्रफ ने कहा था क फिल्में देखना पसंद है. सबसे ज्यादा एक्शन फिल्में. लेकिन जिस फिल्म में ज्यादा अंग्रेजी बोली जा रही हो वह ज्यादा समझ में नहीं आती. अमेरिकन अंग्रेजी उनके जोक्स मुझे ज्यादा समझ नहीं आते हैं.
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