पाकिस्तान के पूर्व राष्ट्रपति परवेज मुशर्रफ (Parvez Musharraf) का रविवार, 5 फरवरी को निधन हो गया. वे 79 साल के थे. मुशर्रफ लंबे समय से अमीलाइडोसिस बीमारी से जूझ रहे थे. दुबई के अस्पताल में उनका इलाज किया जा रहा था. परवेज मुशर्रफ 20 जून 2001 से 18 अगस्त 2008 तक पाकिस्तान के राष्ट्रपति रहें. 18 अगस्त, 2008 को मुशर्रफ लंदन चले गए और खुद को निर्वासित कर लिया था.
परवेज मुशर्रफ के निधन पर शशि थरूर से लेकर इमरान खान सरकार में मंत्री रहे फवाद हुसैन ने शोक जताया है.
इमरान खान सरकार में मंत्री रहे फवाद हुसैन ने शोक व्यक्त किया. उन्होंने ट्वीट कर लिखा, 'परवेज मुशर्रफ का निधन हो गया, वह एक महान व्यक्ति थे, जिनकी विचारधारा हमेशा पाकिस्तान को पहले रखने की थी.'
कांग्रेस के वरिष्ठ नेता शशि थरूर ने रविवार को पाकिस्तान के पूर्व राष्ट्रपति परवेज मुशर्रफ के निधन पर संवेदना व्यक्त की. उन्होंने ट्वीट कर लिखा, 'परवेज मुशर्रफ, पूर्व पाकिस्तानी राष्ट्रपति का निधन हो गया. एक बार भारत के कट्टर दुश्मन, जो 2002-2007 में शांति के लिए वास्तविक ताकत बन गए. उन दिनों मैं संयुक्त राष्ट्र में उनसे हर साल मुलाकात करता था. उनकी रणनीतिक सोच में स्मार्ट, आकर्षक और स्पष्ट थी. उन्हें चतुर और स्पष्ट कूटनीतिक विचारों वाला पाया था. ईश्वर दिवंगत आत्मा को शांति दें.’
प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ ने भी मुशर्रफ के परिवार के प्रति संवेदना व्यक्त की. उन्होंने ट्वीट कर लिखा कि, 'मैं जनरल (सेवानिवृत्त) परवेज मुशर्रफ के परिवार के प्रति अपनी संवेदना व्यक्त करता हूं. दिवंगत आत्मा को शांति मिले.'
राष्ट्रपति सचिवालय ने एक प्रेस विज्ञप्ति जारी कर कहा कि, राष्ट्रपति आरिफ अल्वी ने शोक व्यक्त किया और शोक संतप्त परिवार के प्रति अपनी संवेदना व्यक्त की.
सीनेट के अध्यक्ष सादिक संजरानी ने पूर्व राष्ट्रपति के निधन पर गहरा दुख व्यक्त किया है. उन्होंने ट्विट कर कहा कि, 'अल्लाह दिवंगत आत्मा को शांति प्रदान करे और परिवार को यह वियोग सहन करने की शक्ति दें.'
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