एंटीगुआ एंड बारबुडा से गायब होने वाले भगोड़े हीरा कारोबारी मेहुल चोकसी (Mehul Choksi) को डोमिनिका में पकड़ लिया गया है. न्यूज एजेंसी ANI ने 26 मई को बताया कि चोकसी इस समय डोमिनिका की जांच एजेंसियों की हिरासत में हैं. 25 मई को एंटीगुआ एंड बारबुडा (Antigua and Barbuda) की रॉयल पुलिस फोर्स ने कहा था कि चोकसी लापता हो गए हैं. मेहुल चोकसी 13,000 करोड़ के PNB घोटाले में वांछित हैं.
चोकसी के वकील विजय अग्रवाल ने कहा कि मेहुल का परिवार उनकी जानकारी पाकर खुश है. ANI ने अग्रवाल के हवाले से बताया, "मेहुल से बात करने की कोशिश की जा रही है ताकि पता चल सके कौन उन्हें डोमिनिका ले गया."
कैसे पकड़े गए चोकसी?
62 वर्षीय मेहुल चोकसी साल 2018 से एंटीगुआ एंड बारबुडा में रह रहे हैं. 25 मई को उनके गायब होने के बाद प्रधानमंत्री गेस्टन ब्राउन ने कहा कि उन्हें इस खबर पर 'विश्वसनीय जानकारी नहीं है.'
चोकसी के लापता होने के बाद एंटीगुआ एंड बारबुडा ने इंटरपोल येलो नोटिस जारी कर दिया था. ये एक लापता व्यक्ति के लिए ग्लोबल पुलिस अलर्ट होता है.
नोटिस की वजह से डोमिनिका की पुलिस को चोकसी की जानकारी मिल गई थी. वो क्यूबा भागने की कोशिश कर रहे थे और तभी उन्हें पकड़ा गया. स्थानीय मीडिया का कहना है कि चोकसी को एंटीगुआ एंड बारबुडा की रॉयल पुलिस फोर्स को सौंपने की कोशिश हो रही है.
चोकसी को भारत भेजा जाएगा?
मेहुल चोकसी के पकड़े जाने के बाद एंटीगुआ के प्रधानमंत्री गेस्टन ब्राउन ने कहा कि हमने डोमिनिका की सरकार से चोकसी को भारत प्रत्यर्पित करने की अपील की है. इस मामले में भारत का अभी कोई आधिकारिक बयान नहीं आया है.
ब्राउन साफ कह चुके हैं कि एंटीगुआ चोकसी को वापस नहीं लेगा. उन्होंने कहा, “मेहुल चोकसी ने यहां से भागकर बहुत बड़ी गलती की.”
एंटीगुआ की सरकार कई बार कह चुकी है कि वो चोकसी को भारत भेजने के लिए तैयार है और इसके लिए प्रक्रिया जारी है. चोकसी की नागरिकता वापस लेने और प्रत्यर्पण मामला एंटीगुआ के एक कोर्ट में चल रहा है. चोकसी इसे चुनौती दे चुके हैं.
अगस्त 2018 में मेहुल चोकसी ने दावा किया था कि उन्होंने एंटीगुआ एंड बारबुडा का नागरिक बनने के लिए अप्लाई किया है. उनका कहना था कि वो वहां अपना बिजनेस फैलाना चाहते हैं. जनवरी 2019 में चोकसी ने अपनी भारतीय नागरिकता और पासपोर्ट एंटीगुआ में सरेंडर कर दिया था.
किस मामले में वांछित हैं मेहुल चोकसी?
चोकसी जनवरी 2018 में भारत से भाग गए थे. इसके कुछ हफ्तों बाद ही 13,000 करोड़ से ज्यादा का PNB बैंक घोटाला सामने आया था.
PNB ने फरवरी 2018 में बॉम्बे स्टॉक एक्सचेंज को बताया कि उसने साउथ मुंबई की अपनी एक ब्रांच में 11,380 करोड़ के 'फर्जी और अनधिकृत लेनदेन' पाए हैं. बैंक के कुछ अधिकारियों ने मेहुल चोकसी के भतीजे नीरव मोदी को फर्जी लेटर ऑफ अंडरटेकिंग जारी किए थे.
बाद में बैंक ने इस घोटाले की कीमत 13,000 करोड़ तक बढ़ा दी थी. नीरव मोदी के प्रत्यर्पण को यूके की गृह मंत्री मंजूरी दे चुकी हैं.
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