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सऊदी में औरतों के संघर्ष की जीत, आज से गाड़ी चलाने की आजादी

सऊदी अरब ने सितंबर 2017 में महिलाओं के गाड़ी चलाने पर लगे प्रतिबंध को हटा दिया था.

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सऊदी अरब में आज का दिन औरतों के लिए, उनकी आजादी के लिए ऐतिहासिक है. औरतों के लंबे संघर्ष की जीत का दिन है. आज से यानी 24 जून 2018 से सऊदी अरब की सड़कों पर अब औरतें गाड़ी ड्राइव कर सकेंगी. मतलब ना किसी सजा का डर, ना किसी के सहारे की जरूरत.

सऊदी सरकार ने अपने कानून में ऐतिहासिक सुधार करते हुए महिलाओं के गाड़ी चलाने पर लगे 60 साल पुराने बैन को आज से खत्म कर दिया है. सऊदी ने इस महीने की शुरूआत से ही महिलाओं को ड्राइविंग लाइसेंस जारी करना शुरू कर दिया था.

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बता दें कि अब तक औरतें सिर्फ यात्री सीट पर बैठ कर ही सफर कर सकती थी. लेकिन सऊदी अरब में रविवार से औरतों को खुद से गाड़ी चलने की आजादी मिल गई है. इसी के साथ यह देश महिलाओं के गाड़ी चलाने पर लगे प्रतिबंध को हटाने वाला दुनिया का आखिरी देश बन गया है.

इसका मतलब है कि खाड़ी देश में 1.51 करोड़ महिलाएं पहली बार सड़कों पर गाड़ी लेकर उतरने में सक्षम हो सकेंगी.

क्राउन प्रिंस मोहम्मद बिन सलमान के विजन 2030 का कमाल

सऊदी अरब ने सितंबर 2017 में महिलाओं के गाड़ी चलाने पर लगे प्रतिबंध को हटा दिया था. यह फैसला क्राउन प्रिंस मोहम्मद बिन सलमान के विजन 2030 कार्यक्रम का हिस्सा है, ताकि अर्थव्यवस्था को तेल से अलग कर सऊदी समाज को खोला जा सके.

प्रतिबंध हटने के कुछ ही मिनट बाद खुद कार चला कर दफ्तर पहुंची सऊदी की टीवी प्रेजेंटर सबिका अल - दोसारी का कहना है ,

यह सऊदी की सभी महिलाओं के लिए ऐतिहासिक पल है. इस कदम से कहीं आने-जाने के मामले में पुरूष ड्राइवर या परिवार के पुरूष सदस्यों पर महिलाओं की निर्भरता कम होगी. साथ ही ड्राइवर पर खर्च होने वाले पैसों की भी बचत होगी.

सोशल मीडिया पर सुनहरे पल को किया शेयर

पहली बार सऊदी अरब की सड़कों पर गाड़ी ड्राइव करने वाली औरतों ने सोशल मीडिया के जरिए अपनी खुशी का इजहार किया.

'सऊदी वोमेन कैन ड्राइव' हैशटैग के जरिए सोशल मीडिया पर औरतें कर रहीं हैं अपने ड्राइविंग एक्सपीरियंस को शेयर

प्रिंस अलवलीद बिन तलाल ने बेटी का वीडियो किया शेयर

दुनिया के सबसे अमीर लोगों में शुमार प्रिंस अलवलीद बिन तलाल ने भी अपनी बेटी का वीडियो शेयर किया. तलाल ने कहा,

फाइनली, पहली बार मैं अपनी बेटी रीम अलवलीद के साथ ड्राइव पर निकला हूं. वो मुझे और मेरे नाती-नातिन को बिठा कर खुद कार चला रही है.

जेद्दाह की एक महिला हम्सा अल-सोनोसी ने कहा, “मैंने कभी सपने में भी नहीं सोचा था कि मैं अपनी जिंदगी में इस दिन को देख पाउंगी. जेद्दाह महिलाओं को लाइसेंस देने वाला देश का दूसरा शहर है. उन्होंने कहा, लोग इस दिन के लिए विदेशों से वापस आ रहे हैं. यह ऐतिहासिक है.”

ये भी पढ़ें- सऊदी अरब: बरसों बाद शौहर के हाथ में हाथ डाले फिल्‍म देखने की आजादी

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