तुर्की और सीरिया में आए भूकंप (Turkey-Syria Earthquake) से मरने वालों की संख्या 15 हजार के पार पहुंच गई है. अनादोलु एजेंसी ने तुर्की की आपदा प्रबंधन विभाग, AFAD के हवाले से बताया कि अब तक अब कम से कम 15,383 लोगों की मौत हो चुकी है. सिर्फ तुर्की में 12,391 लोग मारे गए हैं, जबकि 62,914 अन्य घायल हुए हैं. वहीं सीरिया में अब तक 2,992 लोगों की जान गई है. मलबे में दबे लोगों को निकालने का काम जारी है.
भूकंप प्रभावित इलाकों में हालात का जायजा लेने के दौरान तुर्की के राष्ट्रपति एर्दोगन (Recep Tayyip Erdoğan) ने बुधवार को माना की भूकंप के बाद राहत-बचाव के काम में कमियां रही. उन्होंने जोर देकर कहा कि मौसम की स्थिति ने भूकंप से होने वाले विनाश की भयावहता को बढ़ा दिया है. CNN की रिपोर्ट के मुताबिक, तुर्की के राष्ट्रपति ने कहा,
"बेशक, कमियां हैं. स्थितियां स्पष्ट हैं. ऐसी आपदा के लिए तैयार रहना संभव नहीं है. हम अपने किसी भी नागरिक की उपेक्षा नहीं करेंगे."
भारतीय सेना और NDRF ने संभाली कमान
तुर्की में भूकंप के बाद भारतीय सेना और NDRF की टीमों ने मोर्चा संभाल लिया है. भूकंप प्रभावित इलाकों में भारतीय सेना ने फील्ड हॉस्पिटल स्थापित किया है, जहां घायलों का इलाज हो रहा है. वहीं, NDRF की टीमें भी रेस्क्यू में जुट गई हैं. NDRF की तीन टीमें अलग -अलग क्षेत्रों में इमारतों के मलबों में जिंदगियों की तलाश कर रही हैं.
बता दें कि भारत ने 'ऑपरेशन दोस्त' के तहत तुर्की को विशेष मदद भेजी है. भारत की ओर से NDRF की तीन टीमें रेस्क्यू के लिए तुर्की पहुंची हैं. इन टीमों में विशेष रेस्क्यू डॉग स्क्वायड भी शामिल है. इसके अलावा भारतीय सेना की मेडिकल टीम भी तुर्की पहुंची हैं.
'ऑपरेशन दोस्त एक अत्यंत महत्वपूर्ण ऑपरेशन है'
भारत में तुर्की के राजदूत फिरात सुनेल ने कहा है कि 'ऑपरेशन दोस्त' एक अत्यंत महत्वपूर्ण ऑपरेशन है. ये दोनों देशों के बीच दोस्ती को प्रदर्शित करता है. इसके साथ ही उन्होंने कहा कि ऑपरेशन दोस्त एक प्रतीकात्मक ऑपरेशन है. यह पहले से ही साबित करता है कि हम दोस्त हैं. हमें अपने संबंधों को और गहरा करना होगा.
केंद्रीय विदेश राज्य मंत्री वी मुरलीधरन ने कहा है कि भारत भूकंप प्रभावित तुर्की के लोगों की मदद के लिए तैयार है.
उन्होंने कहा कि तुर्की में चार टीमें काम कर रही हैं, जिनमें दो बचाव दल, डॉग स्क्वॉड और दो मेडिकल टीम शामिल हैं. उन्होंने कहा कि भारत पहले ही तुर्की में एक फील्ड अस्पताल खोल चुका है.
बता दें कि गुरुवार को तुर्की की मदद के लिए डॉग स्क्वायड, दवाइयां, कंबल, चौपहिया वाहनों के साथ NDRF की तीसरी टीम रवाना हो चुकी है.
तुर्की और सीरिया में सोमवार को 7.8 तीव्रता का भूकंप आया था. भूकंप का केंद्र तुर्की और सीरिया के बॉर्डर के पास था. ऐसे में दोनों देशों में भारी तबाही हुई है.
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