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रूस बोला-यूक्रेन ने भारतीय छात्रों को बंधक बनाया,भारत सरकार ने कहा-कोई खबर नहीं

भारतीय नागरिकों ने उन क्षेत्रों को छोड़कर जाने की कोशिश की, जहां पर संघर्ष जैसी स्थिति है.

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रूस (Russia) के रक्षा मंत्रालय ने आरोप लगाया है कि यूक्रेन की सेना ने भारतीय छात्रों के एक बड़े समूह को पूर्वी यूक्रेन के खार्किव शहर में बंधक बना रखा है. बुधवार, 3 मार्च को भारत में रूसी दूतावास (Russia In India) ने ऑफिशियल ट्विटर हैंडल से ट्वीट करते हुए लिखा कि हमारी जानकारी के मुताबिक यूक्रेनी अधिकारियों ने भारतीय स्टूडेंट्स के एक बड़े ग्रुप को जबरदस्ती बंधक के रूप में खार्किव शहर में रखा है. ये विद्यार्थी यूक्रेनी इलाके को छोड़कर बेलगोरोड जाना चाहते थे.

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उन्हें बंधक बनाकर रखा जा रहा है और Ukrainian-Polish बॉर्डर के माध्यम से यूक्रेन के क्षेत्र को छोड़ने की पेशकश की गई है. भारतीय नागरिकों ने उन क्षेत्रों को छोड़कर जाने की कोशिश की, जहां पर संघर्ष जैसी स्थिति है.

भारत सरकार की प्रतिक्रिया

"यूक्रेन में हमारा दूतावास भारतीय नागरिकों के साथ लगातार संपर्क में है. यूक्रेनी अधिकारियों के सहयोग से, कई छात्र कल खार्किव छोड़ गए हैं. हमें किसी भी छात्र के संबंध में किसी भी बंधक की स्थिति की कोई रिपोर्ट नहीं मिली है. हमने अनुरोध किया है खार्किव और पड़ोसी क्षेत्रों से छात्रों को देश के पश्चिमी भाग में ले जाने के लिए विशेष ट्रेनों की व्यवस्था करने में यूक्रेनी अधिकारी मदद करें

भारत सरकार की तरफ से यूक्रेन सरकार की तारीफ करते हुए कहा गया है- हम रूस, रोमानिया, पोलैंड, हंगरी, स्लोवाकिया और मोल्दोवा देशों के साथ प्रभावी ढंग से समन्वय कर रहे हैं. पिछले कुछ दिनों में यूक्रेन से बड़ी संख्या में भारतीय नागरिकों को निकाला गया है. हम इसे संभव बनाने के लिए यूक्रेनी अधिकारियों द्वारा दी गई सहायता की सराहना करते हैं.

रूसी दूतावास की तरफ से ये ट्वीट्स भारत के प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और रूसी राष्ट्रपति व्लादिमिर पुतिन के बीच बातचीत होने के बाद आए हैं. बता दें कि बुधवार, 2 मार्च को पीएम मोदी और पुतिन के बीच यूक्रेन की स्थिति को लेकर बातचीत हुई थी, विशेष रूप से खार्किव और उन जगहों के बारे में जहां पर इंडियन स्टूडेंट्स फंसे हुए हैं. एक प्रेस रिलीज में कहा गया है कि दोनों नेताओं ने संघर्ष वाले क्षेत्रों से भारतीय नागरिकों को सुरक्षित निकालने पर भी चर्चा की.

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बुधवार को, यूक्रेन में भारतीय दूतावास ने भी इंडियन सिटिजन्स से कहा कि वे यूक्रेन के दूसरे सबसे अधिक आबादी वाले शहर खार्किव को जल्द से जल्द छोड़कर निकल जाएं.

इस बीच, संयुक्त राष्ट्र महासभा ने एक प्रस्ताव को मंजूरी दे दी, जिसमें रूस को यूक्रेनी क्षेत्र से वापस जाने की मांग की गई. इसके अलावा इस दौरान यूक्रेन पर रूस द्वारा किए जा रहे हमले की 'कड़ी निंदा' की गई.

भारत ने संयुक्त राष्ट्र महासभा के प्रस्ताव पर रूस के खिलाफ वोट करने परहेज किया.

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