यूक्रेन पर रूस के हमले (Ukraine Russia War) के बाद स्थिति लगातार तनावपूर्ण बनी हुई है. विदेशी नागरिकों की यूक्रेन से निकलने की कोशिशों के बावजूद उन्हें सफलता नहीं मिल पाई है. भारत के पूर्व (2017) राष्ट्रीय रैपिड चेस चैंपियन अन्वेश उपाध्याय भी यूक्रेन में फस गए हैं और भारत सरकार से मदद की उम्मीद कर रहे हैं.
'मार्च में भारत लौटने की योजना थी'
अन्वेश 2012 से यूक्रेन में है. यूक्रेन की राजधानी कीप के एक अस्पताल में गैस्ट्रोएंटरोलॉजी का अभ्यास कर रहे हैं. उनके मार्च में भारत लौटने की योजना थी, लेकिन रूस के मिलिट्री ऑपरेशन के चलते फ्लाइट सस्पेंड हो जाने से अब वे अनिश्चितता की स्थिति में हैं.
बातचीत के दौरान उन्होंने बताया कि,
"इस तरह की गहनता की उम्मीद नहीं थी, यह एक full-scale मिलिट्री आक्रमण है. इससे पहले ऐसी कल्पना भी नहीं की थी."
'भारत में मेरे पेरेंट्स काफी चिंतित हैं'
अन्वेश ने कहा कि "भारत में मेरे पेरेंट्स यहां की घटनाओं से काफी चिंतित हैं, इसीलिए मैंने मार्च के पहले हफ्ते में भारत लौटने की योजना बनाई थी वे मुझे लगातार फोन कर रहे हैं. मैं यहां अपने अपार्टमेंट में अकेला हूं. मुझे नहीं पता क्या होगा यह हमला अचानक हुआ है. हम कुछ नहीं कर सकते थे."
उन्होंने आगे कहा कि "भारतीय एंबेसी ने लोगों से कहा है कि वे अंदर रहें और बेवजह बाहर ना जाएं. इस दौरान उन्होंने हमें कुछ बॉम्बे शेल्टर लोकेशन दिए हैं और कहा है कि जरूरत पड़ने पर वे आधिकारिक तौर पर टच में रहें."
अन्वेश ने बताया कि यहां विस्फोट की आवाज सुनाई दे रही है.
भारत के विदेश सचिव हर्षवर्धन सिंगला ने गुरुवार को मीडिया ब्रीफिंग के दौरान भरोसा दिलाया कि सभी भारतीय नागरिकों को यूक्रेन से सुरक्षित निकालने के लिए सरकार पर्याप्त कदम उठाएगी. उन्होंने कहा कि यूक्रेन में करीब 20,000 भारतीय हैं और पिछले कुछ दिनों में लगभग 4,000 भारतीय लौट आए हैं.
(क्विंट हिन्दी, हर मुद्दे पर बनता आपकी आवाज, करता है सवाल. आज ही मेंबर बनें और हमारी पत्रकारिता को आकार देने में सक्रिय भूमिका निभाएं.)