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Privacy vs cookies: फ्रांस ने Google और Facebook के ऊपर जुर्माना क्यों लगाया है?

क्या इससे पहले भी फ्रांस ने इनपर कोई जुर्माना लगाया है? क्या कहता है यूरोपीय यूनियन का व्यक्तिगत डेटा कानून?

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Privacy vs cookies: फ्रांस ने Google और Facebook के ऊपर जुर्माना क्यों लगाया है?
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फ्रांस ने गूगल (Google) और फेसबुक (Facebook) के ऊपर 210 मिलियन यूरो (237 मिलियन डॉलर) का जुर्माना लगाया है. Google, फेसबुक Apple और Amazon सहित कई अमेरिकी टेक जाइंट पूरे यूरोप में अपने बिजनेस प्रैक्टिस पर बढ़ते दबाव का सामना कर रहे हैं, जहां उन्हें बड़े पैमाने पर जुर्माना का सामना करना पड़ा है.

फ्रांस ने Google और फेसबुक के ऊपर 210 मिलियन यूरो का जुर्माना क्यों लगाया है. क्या इससे पहले भी फ्रांस ने इनपर कोई जुर्माना लगाया है?- जानते हैं इन्हीं सवालों के जवाब.

Privacy vs cookies: फ्रांस ने Google और Facebook के ऊपर जुर्माना क्यों लगाया है?

  1. 1. फ्रांस ने Google और फेसबुक के ऊपर जुर्माना क्यों लगाया है?

    यूजर्स को ऑनलाइन ट्रैक करने के लिए उपयोग किए जाने वाले डेटा "कुकीज" के उपयोग पर गूगल और फेसबुक फ्रांस में निशाने पर हैं.

    फ्रांस के डेटा प्राइवेसी वॉचडॉग- नेशनल कमिशन फॉर इन्फॉर्मेशन टेक्नोलॉजी एंड फ्रीडम (CNIL) ने कहा कि दोनों कंपनियां इंटरनेट यूजर्स के लिए ऑनलाइन ट्रैकर्स को मना करना मुश्किल बना रही हैं.

    गौरतलब है कि कुकीज के उपयोग के लिए यूजर्स की सहमति यूरोपीय यूनियन के डेटा-प्राइवेसी रेगुलेशन का मुख्य अंग है और CNIL के लिए सबसे बड़ी प्राथमिकता है.

    आपको आसान भाषा में बताएं तो कुकीज डेटा के छोटे पैकेट हैं जो वेब ब्राउजर को यूजर्स की जानकारी जमा करने और टार्गेटड विज्ञापन प्रदान करने की अनुमति देते हैं.

    अपने बयान में, CNIL ने कहा कि उसने पाया है कि इन टेक जाइंट ने कुकीज को तुरंत स्वीकार करने की अनुमति देने के लिए एक वर्चुअल बटन दिया था, लेकिन उन्हें आसानी से मना करने के लिए ऐसा कुछ नहीं था.

    बीबीसी की रिपोर्ट के अनुसार CNIL के डेटा सुरक्षा और प्रतिबंधों के प्रमुख, कैरिन कीफर ने कहा कि "जब आप कुकीज को स्वीकार करते हैं, तो यह सिर्फ एक क्लिक में हो जाता है…कुकीज को अस्वीकार करना उन्हें स्वीकार करने जितना आसान होना चाहिए"
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  2. 2. जुर्माने पर गूगल और फेसबुक ने क्या कहा?

    Google, जिस पर 150 मिलियन यूरो का जुर्माना लगाया गया है, ने कहा कि "लोग अपनी निजता के अधिकार का सम्मान करने और उन्हें सुरक्षित रखने के लिए हम पर भरोसा करते हैं. हम उस भरोसे की रक्षा करने की अपनी जिम्मेदारी को समझते हैं और इसके मद्देनजर CNIL के फैसले को देखते हुए आगे परिवर्तन और सक्रिय कार्य करने के लिए प्रतिबद्ध हैं"

    बीबीसी की रिपोर्ट के अनुसार मेटा के स्वामित्व वाली फेसबुक ने कहा कि वह 60 मिलियन यूरो का जुर्माना लगाने के निर्णय की "समीक्षा" कर रहा है.

    "हमारे कुकीज की सहमति वाले कंट्रोल लोगों को उनके डेटा पर अधिक नियंत्रण प्रदान करते हैं, जिसमें फेसबुक और इंस्टाग्राम पर एक नया सेटिंग मेनू शामिल है, जहां लोग किसी भी समय अपने निर्णयों पर फिर से जा सकते हैं और उसे मैनेज कर सकते हैं. हम इन कंट्रोल्स को विकसित और सुधारना जारी रखते हैं"
    फेसबुक

    CNIL ने कहा है कि दोनों प्लेटफार्मों के पास अपने बिजनेस प्रैक्टिस में बदलाव करने के लिए तीन महीने का समय है, जिसके बाद फ्रांस उनपर प्रति दिन 100,000 यूरो का जुर्माना लगाएगा.

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  3. 3. क्या कहता है यूरोपीय यूनियन का व्यक्तिगत डेटा पर कानून?

    टार्गेटर्ड विज्ञापन आज सबसे बड़ा मार्केटिंग टूल बन गया है. टार्गेटर्ड विज्ञापन के तरीकों के रूप में Google और Facebook के लिए कुकीज अत्यधिक मूल्यवान हैं और उनकी आय का प्राथमिक स्रोत भी है.

    लेकिन निजता या प्राइवेसी के पैरोकारों ने इसके खिलाफ अभियान चलाया है. जबसे यूरोपीय यूनियन ने 2018 में व्यक्तिगत डेटा पर एक कानून पारित किया है , उसके बाद से इंटरनेट कंपनियों को कड़े नियमों का सामना करना पड़ता है.

    यूरोपीय यूनियन का व्यक्तिगत डेटा पर कानून इंटरनेट कंपनियों को अपने कंप्यूटर पर कुकीज स्थापित करने से पहले यूजर्स की सीधी सहमति लेने के लिए बाध्य करते हैं.

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  4. 4. क्या इससे पहले भी लगा है जुर्माना?

    यह पहली बार नहीं है जब अल्फाबेट के स्वामित्व वाले Google पर यूरोपीय कानून का उल्लंघन करने के लिए भारी जुर्माना लगाया गया है. यह 2020 में CNIL के पिछले रिकॉर्ड 100 मिलियन यूरो के जुर्माने के साथ निशाने पर था. उस समय यह विज्ञापन-ट्रैकिंग कुकीज पर फ्रांसीसी CNIL द्वारा लगाया गया अब तक का सबसे बड़ा जुर्माना था.

    अमेरिकी रिटेल दिग्गज अमेजन पर भी नियम तोड़ने के लिए 35 मिलियन यूरो का जुर्माना लगाया गया था.

    (हैलो दोस्तों! हमारे Telegram चैनल से जुड़े रहिए यहां)

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फ्रांस ने Google और फेसबुक के ऊपर जुर्माना क्यों लगाया है?

यूजर्स को ऑनलाइन ट्रैक करने के लिए उपयोग किए जाने वाले डेटा "कुकीज" के उपयोग पर गूगल और फेसबुक फ्रांस में निशाने पर हैं.

फ्रांस के डेटा प्राइवेसी वॉचडॉग- नेशनल कमिशन फॉर इन्फॉर्मेशन टेक्नोलॉजी एंड फ्रीडम (CNIL) ने कहा कि दोनों कंपनियां इंटरनेट यूजर्स के लिए ऑनलाइन ट्रैकर्स को मना करना मुश्किल बना रही हैं.

गौरतलब है कि कुकीज के उपयोग के लिए यूजर्स की सहमति यूरोपीय यूनियन के डेटा-प्राइवेसी रेगुलेशन का मुख्य अंग है और CNIL के लिए सबसे बड़ी प्राथमिकता है.

आपको आसान भाषा में बताएं तो कुकीज डेटा के छोटे पैकेट हैं जो वेब ब्राउजर को यूजर्स की जानकारी जमा करने और टार्गेटड विज्ञापन प्रदान करने की अनुमति देते हैं.

अपने बयान में, CNIL ने कहा कि उसने पाया है कि इन टेक जाइंट ने कुकीज को तुरंत स्वीकार करने की अनुमति देने के लिए एक वर्चुअल बटन दिया था, लेकिन उन्हें आसानी से मना करने के लिए ऐसा कुछ नहीं था.

बीबीसी की रिपोर्ट के अनुसार CNIL के डेटा सुरक्षा और प्रतिबंधों के प्रमुख, कैरिन कीफर ने कहा कि "जब आप कुकीज को स्वीकार करते हैं, तो यह सिर्फ एक क्लिक में हो जाता है…कुकीज को अस्वीकार करना उन्हें स्वीकार करने जितना आसान होना चाहिए"
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जुर्माने पर गूगल और फेसबुक ने क्या कहा?

Google, जिस पर 150 मिलियन यूरो का जुर्माना लगाया गया है, ने कहा कि "लोग अपनी निजता के अधिकार का सम्मान करने और उन्हें सुरक्षित रखने के लिए हम पर भरोसा करते हैं. हम उस भरोसे की रक्षा करने की अपनी जिम्मेदारी को समझते हैं और इसके मद्देनजर CNIL के फैसले को देखते हुए आगे परिवर्तन और सक्रिय कार्य करने के लिए प्रतिबद्ध हैं"

बीबीसी की रिपोर्ट के अनुसार मेटा के स्वामित्व वाली फेसबुक ने कहा कि वह 60 मिलियन यूरो का जुर्माना लगाने के निर्णय की "समीक्षा" कर रहा है.

"हमारे कुकीज की सहमति वाले कंट्रोल लोगों को उनके डेटा पर अधिक नियंत्रण प्रदान करते हैं, जिसमें फेसबुक और इंस्टाग्राम पर एक नया सेटिंग मेनू शामिल है, जहां लोग किसी भी समय अपने निर्णयों पर फिर से जा सकते हैं और उसे मैनेज कर सकते हैं. हम इन कंट्रोल्स को विकसित और सुधारना जारी रखते हैं"
फेसबुक

CNIL ने कहा है कि दोनों प्लेटफार्मों के पास अपने बिजनेस प्रैक्टिस में बदलाव करने के लिए तीन महीने का समय है, जिसके बाद फ्रांस उनपर प्रति दिन 100,000 यूरो का जुर्माना लगाएगा.

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क्या कहता है यूरोपीय यूनियन का व्यक्तिगत डेटा पर कानून?

टार्गेटर्ड विज्ञापन आज सबसे बड़ा मार्केटिंग टूल बन गया है. टार्गेटर्ड विज्ञापन के तरीकों के रूप में Google और Facebook के लिए कुकीज अत्यधिक मूल्यवान हैं और उनकी आय का प्राथमिक स्रोत भी है.

लेकिन निजता या प्राइवेसी के पैरोकारों ने इसके खिलाफ अभियान चलाया है. जबसे यूरोपीय यूनियन ने 2018 में व्यक्तिगत डेटा पर एक कानून पारित किया है , उसके बाद से इंटरनेट कंपनियों को कड़े नियमों का सामना करना पड़ता है.

यूरोपीय यूनियन का व्यक्तिगत डेटा पर कानून इंटरनेट कंपनियों को अपने कंप्यूटर पर कुकीज स्थापित करने से पहले यूजर्स की सीधी सहमति लेने के लिए बाध्य करते हैं.

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क्या इससे पहले भी लगा है जुर्माना?

यह पहली बार नहीं है जब अल्फाबेट के स्वामित्व वाले Google पर यूरोपीय कानून का उल्लंघन करने के लिए भारी जुर्माना लगाया गया है. यह 2020 में CNIL के पिछले रिकॉर्ड 100 मिलियन यूरो के जुर्माने के साथ निशाने पर था. उस समय यह विज्ञापन-ट्रैकिंग कुकीज पर फ्रांसीसी CNIL द्वारा लगाया गया अब तक का सबसे बड़ा जुर्माना था.

अमेरिकी रिटेल दिग्गज अमेजन पर भी नियम तोड़ने के लिए 35 मिलियन यूरो का जुर्माना लगाया गया था.

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