ओलंपियन पहलवान बजरंग पुनिया (Bajrang Punia), साक्षी मलिक (Sakshi Malik) और विनेश फोगाट (Vinesh Phogat) ने केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह (Amit Shah) से शनिवार, 3 जून की देर रात उनके आवास पर मुलाकात की और भारतीय कुश्ती महासंघ (डब्ल्यूएफआई) के अध्यक्ष के खिलाफ मामले पर चर्चा की.
पहलवानों के एक करीबी सूत्र ने न्यूज एजेंसी आईएएनएस को बताया, "उन्होंने गृहमंत्री के साथ अपनी चिंता साझा की. बैठक लंबी चली और उन्होंने सब कुछ सुना. लेकिन अभी तक कोई फैसला नहीं हुआ है."
इसके अलावा प्रदर्शनकारी पहलवान बजरंग पुनिया ने द इंडियन एक्सप्रेस को बताया “हमने गृह मंत्री के साथ बैठक की थी. मैं और अधिक टिप्पणी नहीं कर सकता.”
द इंडियन एक्सप्रेस के अनुसार, बैठक के दौरान, बृजभूषण सिंह के खिलाफ आरोपों की जांच की स्थिति मुख्य मुद्दे पर चर्चा की गई. पहलवानों ने जल्द से जल्द एक मजबूत चार्जशीट दायर करने का भी दबाव बनाया.
बता दें कि बजरंग, साक्षी और विनेश 23 अप्रैल से पहलवानों के विरोध प्रदर्शन का नेतृत्व कर रहे हैं और डब्ल्यूएफआई के अध्यक्ष बृजभूषण शरण सिंह पर एक नाबालिग सहित कई पहलवानों के खिलाफ यौन उत्पीड़न का आरोप लगा रहे हैं.
विरोध करने वाले पहलवानों को 28 मई को दिल्ली पुलिस ने हिरासत में ले लिया था और विरोध स्थल जंतर मंतर से टंगे तिरपाल सहित उनका सारा सामान हटा दिया.
पहलवान यह कहकर हरिद्वार गए थे कि वे अपने मेडल गंगा नदी में प्रवाहित करना चाहते हैं, क्योंकि न्याय की कोई उम्मीद नजर नहीं आ रही है. किसान नेताओं के अनुरोध पर उन्होंने मेडल गंगा में बहाने का इरादा छोड़ दिया और पांच दिन की मोहलत देकर मेडल किसान नेता नरेश टिकैत को सौंप दिया.
किसानों के खाप नेताओं ने अब पहलवानों को न्याय दिलाने के लिए 9 मई से फिर जंतर मंतर पर उन्हें धरना देने की सलाह दी है और अनुमति नहीं मिलने पर देशभर में किसानो के जरिए आंदोलन शुरू करवाने का भरोसा दिया है.
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