शबाना आजमी ने पढ़ी कैफी साहब की नज्म 'औरत'
कैफी आजमी की बेटी शबाना आजमी ने कहा कि कैफी साहब अपने गांव मिजवां के विकास की खातिर हमेशा चिंतित रहते थे. उनकी सोच और उनके कार्य को आगे बढ़ाने के लिये हम मिजवां वेलफेयर सोसायटी के जरिये विभिन्न क्षेत्रों में आज़मगढ़ के बाहर भी लोगों की भलाई और उनके जीवन मे बदलाव के लिये कार्य कर रहे हैं.
शबाना आजमी ने कैफी साहब की मशहूर नज्म 'औरत' को पढ़कर सुनाया, इस दौरान पूरा कैंपस तालियों से गूंज उठा.
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