यूरोपीय संघ (EU) के 23 सांसदों का प्रतिनिधिमंडल 29 अक्टूबर को श्रीनगर पहुंच गया है. ये प्रतिनिधिमंडल आर्टिकल 370 के बेअसर होने के बाद राज्य की 'जमीनी हालात' का आकलन कर रहा है. इस प्रतिनिधिमंडल में कुल 27 सांसद शामिल थे, जिनमें से 22 राइट विंग सै हैं या अल्ट्रा-राइट-विंग पार्टियों से थे, लेकिन चार सांसद कश्मीर यात्रा पर नहीं गए. वो अपने-अपने देश लौट गए.
अब विपक्ष लगातार ये भी याद दिला रहा है कि अगर एक तरफ यूरोपियन यूनियन के सांसदों को जम्मू कश्मीर जाने के लिए सरकार ने आमंत्रित किया है. दूसरी तरफ अपने ही देश के सांसदों को श्रीनगर एयरपोर्ट पर ही रोक दिया गया था जब वो कश्मीर का दौरा करना चाहते थे.
आज की बिग स्टोरी पॉडकास्ट में हम इसी मुद्दे पर बात करेंगे, जानेंगे EU डेलिगेशन के सांसदों की प्रोफाइल... कश्मीर में जमीनी हालात देखने से क्या हासिल होगा? जानिए इस पॉडकास्ट में.
(क्विंट हिन्दी, हर मुद्दे पर बनता आपकी आवाज, करता है सवाल. आज ही मेंबर बनें और हमारी पत्रकारिता को आकार देने में सक्रिय भूमिका निभाएं.)