सैयद हुसैन सिबत-ए-अनवर नकवी उर्फ जौन एलिया (Jaun Elia) कई रंगों के शायर थे. उनकी नज्में और गजलें उनके दिल से निकली थीं. उनकी नज्में उन पाठकों को मदहोश कर देती हैं, जो राजनीति, दर्शन और मोहब्बत करने वाले हैं. ये सभी खूबियां शायर जौन एलिया की एक ही कलम से निकलती हैं.
सुनिए फबेहा सैयद ने दिल टूटने, अकेलेपन और निराशा पर जौन एलिया के कुछ शेर पढ़े हैं.
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