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कृषि विधेयकों पर हंगामा, बिना डेटा के सरकार- कुछ ऐसा रहा संसद सत्र

विपक्षी दलों के बॉयकॉट के बावजूद राज्यसभा में बुधवार तीन लेबर कोड बिलों को पारित किया गया. 

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रिपोर्ट: फ़बेहा सय्यद
असिस्टेंट एडिटर: मुकेश बौड़ाई
म्यूजिक: बिग बैंग फज

संसद का मानसून सत्र कोरोना वायरस के चलते रद्द कर दिया गया है. 14 सितंबर से शुरू हुआ ये सत्र जितना छोटा था उतना ही हंगामे भरा भी रहा. विपक्ष के भारी विरोध के बीच कई बिल पास कर दिए गए. सबसे ज्यादा चर्चा में कृषि बिल रहा, जिसे लेकर राज्यसभा में जमकर बहस हुई और बात तोड़फोड़ तक भी पहुंच गई. संसद का ये मानसून सत्र इतिहास में सबसे अनोखा था, क्योंकि कोरोना महामारी के चलते कई नियम बदले गए थे. पहली बार सांसदों को बैठकर भाषण देते हुए देखा गया. इस सत्र को 1 अक्टूबर तक चलना था, लेकिन इसी बीच करीब 30 से ज्यादा सांसद कोरोना पॉजिटिव पाए गए. इसके बाद सभी दलों ने सुरक्षा को देखते हुए 8 दिन पहले ही संसद सत्र खत्म करने पर सहमति जताई. लेकिन इन 10 दिनों के सत्र में कुल 25 बिल पास करा दिए गए और 6 नए बिलों को पेश किया गया.

अब इन 10 दिनों की कार्यवाही में हाई वोल्टेज ड्रामे के साथ-साथ सरकार के पास आंकड़ों की कमी को भी देखा गया. आज पॉडकास्ट में आपको मानसून सत्र में हुए हाई वोल्टेज ड्रामा का एक क्विक रिकैप तो देंगे ही साथ ही आप को बतायंगे कि इन 10 दिनों में जो 25 बिल पास किये गए उन में कौन कौन से बिल इस तरह पास हुए कि विपक्ष को सदन का बहिष्कार करना पड़ा.

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