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Urdunama: गालिब से शकील बदायुनी तक, देखिए 'इज़हार' की खूबसूरती के कुछ नगीने

शायर बता रहें प्यार या तकलीफ में इजहार कैसे किया जाए?

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उर्दूनामा (Urdunama): आर्ट की तमाम शक्लों के पीछे आर्टिस्ट का इजहार होता है. और यह इजहार-ए-खयाल या विचार की अभिव्यक्ति वह तरीका है जो उस आर्ट की कामयाबी की वजह बनता है. इस सिरीज में हम जिस आर्ट की तरफ आपका ध्यान ले जा रहे हैं वह शायरी है. मिर्जा गालिब से लेकर शकील बदायूनी तक, यहां बताया गया है कि प्यार या तकलीफ में इजहार कैसे किया जाए.

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