आगामी विधानसभा चुनाव (Punjab Election) के पहले पीएम मोदी (PM Modi) दो साल के अंतराल के बाद और कृषि कानूनों को निरस्त करने के बाद पहली बार पंजाब में एक रैली को संबोधित करने वाले थे. लेकिन फिरोजपुर में होने वाली प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की रैली को 'सुरक्षा में बड़ी चूक' के कारण रद्द कर दिया गया है.
बीजेपी ने लगाया पंजाब सीएम चन्नी पर आरोप
फिरोजपुर रैली रद्द होने के बाद बीजेपी राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा ने ट्वीट करते हुए राज्य की कांग्रेस सरकार को घेरा है. उन्होंने लिखा कि "यह दुखद है कि पंजाब के लिए हजारों करोड़ की विकास परियोजनाओं को शुरू करने के लिए पीएम का दौरा बाधित हो गया. लेकिन हम ऐसी घटिया मानसिकता को पंजाब की तरक्की में बाधक नहीं बनने देंगे और पंजाब के विकास के लिए प्रयास जारी रखेंगे."
"पंजाब के मुख्यमंत्री चन्नी ने फोन पर बात करने या इस मामले का समाधान करने से इनकार कर दिया. पंजाब सरकार द्वारा इस्तेमाल की जाने वाली रणनीति, लोकतांत्रिक सिद्धांतों में विश्वास रखने वाले किसी भी व्यक्ति को कष्ट पहुंचाएगी और उन्हें व्यथित करेगी."जेपी नड्डा
बीजेपी नेता और असम के मुख्यमंत्री हिमंता बिस्वा सरमा ने भी राज्य सरकार को घेरा है. न्यूज एजेंसी ANI के अनुसार उन्होंने कहा कि "यह शर्म की बात है कि पंजाब के कल्याण के लिए विकास योजनाओं को शुरू करने के रास्ते में प्रदर्शनकारियों ने पीएम मोदी के काफिले को रोक दिया. यह एक गंभीर सुरक्षा चूक है और यह तथ्य कि पंजाब के मुख्यमंत्री ने इस मुद्दे को संबोधित नहीं किया, मामले को और भी बदतर बना देता है."
"जहां पीएम पंजाब के चौतरफा विकास को सुनिश्चित करने के लिए हर संभव प्रयास कर रहे हैं, वहीं आज की घटना से पता चलता है कि कैसे कांग्रेस को विकास में कम दिलचस्पी है और वह केवल राजनीति करना चाहती है. महत्वपूर्ण सीमावर्ती राज्य में इस तरह के सुरक्षा उल्लंघन की उच्च स्तरीय पर जांच होनी चाहिए"हिमंता बिस्वा सरमा
इस बीच पंजाब सरकार को दोषी ठहराते हुए केंद्रीय गृह मंत्रालय ने कहा कि पीएम के कार्यक्रम और यात्रा योजना के बारे में पहले ही बता दिया गया था और ऐसे में राज्य सरकार को लॉजिस्टिक्स, सिक्योरिटी के साथ-साथ एक आकस्मिक योजना तैयार रखने की आवश्यक थी.
सीएम चन्नी ने कहा- सुरक्षा में कोई चूक नहीं, 70,000 कुर्सियाँ लगाई गई थीं, लेकिन केवल 700 लोग ही आए थे
पंजाब में पीएम मोदी के रैली के रद्द होने के बाद सीएम चरणजीत सिंह चन्नी ने एक न्यूज चैनल से कहा कि "सुरक्षा में कोई चूक नहीं हुई. अंतिम समय में पीएम का रोड प्लान बना"
"उन्हें हेलीकॉप्टर से जाना था. मैं देर रात तक उनकी रैली की सुरक्षा व्यवस्था देख रहा था. रैली के लिए 70,000 कुर्सियाँ लगाई गई थीं, लेकिन केवल 700 लोग ही आए थे"सीएम चरणजीत सिंह चन्नी
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