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Asian Games 2023: भारत की झोली में कुल 107 मेडल, 1990 में मिला था 1 गोल्ड, इस बार 28

Asian Games 2023: एशियाई खेलों में भारत का अब तक का सबसे अच्छा प्रदर्शन. कुल मेडल्स की संख्या 107 है, जो पिछले उच्चतम 70 मेडल्स से बड़े अंतर से ज्यादा है.

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Asian Games 2023: भारत ने एशियाई खेलों का समापन शानदार प्रदर्शन के साथ किया और आखिरी दिन 12 मेडल अपने नाम किया.19वें एशियाई खेलों में भारत ने अब तक के सबसे ज्यादा 107 पदक जीते. कुल 107 मेडल्स में 28 गोल्ड, 38 सिल्वर और 41 ब्रॉन्ज मेडल हैं.

शनिवार को सत्सिकसाईराज रंकीरेड्डी और चिराग शेट्टी की पुरुष युगल जोड़ी ने बैडमिंटन में ऐतिहासिक पहला गोल्ड मेडल जीता. इसके अलावा तीरंदाजी और कबड्डी में दो-दो मेडल के साथ भारत ने 6 गोल्ड सहित 12 मेडल जीते.

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1990 में एक गोल्ड मेडल जीता था भारत

साल 1990 में जब चीन ने अपने पहले एशियाई खेलों की मेजबानी की थी, तब भारत ने कबड्डी में केवल एक गोल्ड मेडल जीता था.

यह एशियाई खेलों में भारत का अब तक का सबसे अच्छा प्रदर्शन है. कुल मेडल्स की संख्या 107 है, जो पिछले उच्चतम 70 मेडल्स से बड़े अंतर से ज्यादा है.

यह एथलीटों, कोचों, सहायक कर्मचारियों और प्रशासकों सहित 963 लोगों के एक दल के कई सालों के पसीने और कड़ी मेहनत से संभव हो सका है.

रंकीरेड्डी और शेट्टी ने अपने रैकेट, आर्मबैंड और शेट्टी के मामले में अपनी पसीने से लथपथ शर्ट फेंककर बेतहाशा जश्‍न मनाया. उन्होंने अपना पहला गोल्ड जीतने के लिए एक अनुभवी दक्षिण कोरियाई जोड़ी को सीधे सेटों में हराने के बाद डांस किया.

पुरुष कबड्डी टीम ने एक ऑफिसियल गलती के बाद कोर्ट पर विरोध प्रदर्शन किया, जिससे खेल एक घंटे तक रुका रहा. अधिकारियों ने समीक्षा के बाद भारतीयों के पक्ष में फैसला सुनाया, जिसके नतीजे में ईरानी टीमों को कोर्ट पर धरना देना पड़ा.

आखिरी में भारतीयों को अंक मिलने से मामला सुलझ गया और ईरानी अंकों के नुकसान से नाखुश हो गए, क्योंकि इंडोनेशिया में 2018 संस्करण में चौथे स्थान पर खिसकने के बाद भारत ने गोल्ड मेडल हासिल कर लिया.

महिला कबड्डी टीम ने भी 2018 में इंडोनेशिया में पिछले संस्करण में अच्छा प्रदर्शन नहीं कर सकने के बाद स्वर्ण पदक जीतकर अपनी वापसी की.

पुरुष क्रिकेट टीम ने भारत के लिए छठा गोल्ड मेडल जीता. पहलवान दीपक पुनिया ने चार ब्रॉन्ज मेडल्स में से एक जीता और तीरंदाज अभिषेक वर्मा को ठंड और बारिश की स्थिति में खेले गए फाइनल में देवताले से हारने के बाद लगातार दूसरे सिल्वर मेडल के साथ खुद को सांत्वना देनी पड़ी.

चतुरंगम की भूमि के जादूगरों ने शतरंज में दो सिल्वर मेडल जीते, जिसमें डी. गुकेश, आर.ओ. प्रज्ञानंद, ई. अर्जुन, विदित संतोष गुजराती और पेंटाला हरिकृष्णा की पुरुष टीम ईरान के बाद दूसरे स्थान पर रही, जबकि उज्बेकिस्तान ने ब्रॉन्ज मेडल जीता.

महिला टीम ने मेजबान चीन को पीछे छोड़ते हुए सिल्वर मेडल जीता, जबकि कजाकिस्तान ने ब्रॉन्ज मेडल जीता.

शनिवार को महिला हॉकी टीम ने तीसरे स्थान के मैच में पिछले चैंपियन जापान को 2-1 से हराकर ब्रॉन्ज मेडल के साथ मैच जीता. लेकिन जो बात उन्हें सबसे ज्यादा परेशान करेगी वह यह कि टीम अगले साल के पेरिस ओलंपिक में जगह पक्की करने में असफल रही. चीन ने फाइनल में कोरिया गणराज्य को हराकर पेरिस ओलंपिक के लिए क्वालीफाई करने का मौका हासिल कर लिया.

17 साल की तीरंदाज अदिति गोपीचंद स्वामी ने ब्रॉन्ज मेडल जीता. सवाल यह है कि इनमें से कितने आगे बढ़ेंगे और अगले साल पेरिस ओलंपिक खेलों में सफल होंगे?

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