India vs England, Women's U19 T20 World Cup Final: भारत की बेटियों ने इतिहास रच दिया है. भारतीय टीम ने इंग्लैंड को 7 विकेट से हराकर पहले महिला अंडर-19 टी-20 विश्व कप का फाइनल मुकाबला जीत लिया है. पहले गेंदबाजी करते हुए टीम इंडिया ने इंग्लैंड को केवल 68 रन पर ऑलआउट कर दिया था. इसके बाद बल्लेबाजी करने उतरी टीम इंडिया ने 3 विकेट खोकर जीत हासिल कर ली.
अंतरराष्ट्रीय स्तर पर अपनी सफलताओं के बावजूद, भारतीय महिला क्रिकेट टीम ने कभी भी किसी भी स्तर पर वर्ल्डकप नहीं जीता था. लेकिन आज जूनियर टीम ने उस सूखे को खत्म कर दिया है.
आइए बताते हैं कि भारत के इस ऐतिहासिक जीत की नींव किन 5 जूनियर क्रिकेटर्स ने रखीं.
कप्तान शेफाली वर्मा
कप्तान शेफाली वर्मा खुद सीनियर टीम के साथ दो वर्ल्डकप और एक कॉमनवेल्थ गेम्स के फाइनल का हिस्सा रहीं हैं और तीनों ही बार उन्हें भी टीम के साथ-साथ हार का मुंह देखना पड़ा था. लेकिन इस बार जब शेफाली वर्मा अंडर-19 महिला टी20 वर्ल्डकप में भारत का नेतृत्व करने उतरीं तो उन्हें कहानी बदलनी थी. पूरे टूर्नामेंट में शेफाली वर्मा ने शानदार कप्तानी की है और फाइनल में भी उनकी हर रणनीति शत प्रतिशत कामयाब रही.
शेफाली वर्मा ने टॉस जीतकर पहले गेंदबाजी का फैसला किया और गेंदबाजों ने उन्हें निराश भी नहीं किया. शेफाली वर्मा ने खुद टीम को आगे से लीड किया और इंग्लैंड को टीम इंडिया ने केवल 68 रन पर ऑलआउट कर दिया. शेफाली वर्मा ने खुद भी इंग्लैंड की फिरकी गेंदबाज हन्ना बेकर को आउट किया. हालांकि बल्लेबाजी में आज शेफाली वर्मा कुछ खास नहीं कर पाईं. लेकिन टीम इंडिया ने पहले ही इंग्लैंड को इतने कम रन पर रोक दिया था कि शेफाली वर्मा का सस्ते में आउट होना टीम को नहीं खला.
सौम्या तिवारी
भले ही भारत के लिए फाइनल मुकाबले में यह टोटल कम था लेकिन टीम ने अपने दोनों ओपनरों को सस्ते में खो दिया था. ऐसे में तीसरे नंबर पर बल्लेबाजी करने उतरीं सौम्या तिवारी पर बड़ी जिम्मेदारी थी और उन्होंने उसे अच्छे से निभाई. सौम्या तिवारी ने गोंगाडी तृषा के साथ मिलकर 46 रन की शानदार साझेदारी की. गोंगाडी तृषा के आउट होने के बाद भी सौम्या तिवारी क्रीज पर डटी रहीं और 37 गेंद में 24 रन की नाबाद पारी खेलकर टीम इंडिया को ट्रॉफी तक पहुंचाया.
तीतास साधु
अगर फाइनल मुकाबले में भारत की इस शानदार जीत को गेंदबाजों की जीत कहें तो यह अतिश्योक्ति नहीं होगी. तीतास साधु ने इंग्लैंड को पहले ही ओवर में झटका दिया और सलामी बल्लेबाज लिबर्टी हीप को अपनी ही गेंद पर कैच आउट कर दिया. इसके बाद तीतास साधु ने सांतवें ओवर की दूसरी गेंद पर सेरेन स्मेल को 3(9) के निजी स्कोर पर आउट कर इंग्लैंड के टॉपऑर्डर को ढ़ेर कर दिया. तीतास साधु आज के मुकाबले में प्लेयर ऑफ द मैच रहीं.
अर्चना देवी
महिला अंडर-19 वर्ल्डकप के फाइनल मैच में अर्चना देवी ने शानदार प्रदर्शन किया. उन्होंने न सिर्फ 2 विकेट झटके बल्कि इंग्लैंड की बल्लेबाज रयान मैकडोनाल्ड गे का एक गजब का कैच लपका. टीम इंडिया को ट्रॉफी जीताने में अहम भूमिका निभाने वालीं अर्चना के पास कभी इतने पैसे नहीं थे कि वो बॉल खरीद सकें. कुलदीप यादव ने उन्हें खेलने के लिए किट खरीद कर दिया था. उनकी पूरी कहानी पढ़ने के लिए नीचे दिए लिंक पर क्लिक करें.
पार्शवी चोपड़ा
तीतास साधु और अर्चना देवी के बाद पार्शवी चोपड़ा भारतीय टीम की गेंदबाजी में आज तुरुप का इक्का साबित हुईं. तीतास साधु और अर्चना देवी की तरह ही उन्होंने भी 2 अहम विकेट लिए. पार्शवी चोपड़ा ने पहले चारिस पावेली को 2(9) के निजी स्कोर पर आउट करके इंग्लैंड को पांचवा झटका दिया था जबकि टीम को रयान मैकडोनाल्ड गे के रूप में उन्होंने दूसरी सफलता दिलाई.
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