भारत के गोल्डन बॉय नीरज चोपड़ा (Neeraj Chopra) ने रविवार, 24 जुलाई को 18वें वर्ल्ड एथलेटिक्स चैंपियनशिप (World Athletics Championships) के मेंस जैवलिन थ्रो इवेंट में ऐतिहासिक सिल्वर मैडल जीतकर फिर से रिकॉर्ड बना दिया. इस सिल्वर मैडल के साथ नीरज चोपड़ा अंजू बॉबी जॉर्ज के बाद वर्ल्ड एथलेटिक चैंपियनशिप में मैडल जीतने वाले दूसरे भारतीय एथलीट बन गए हैं. हालांकि 24 वर्षीय नीरज चोपड़ा के लिए यह जीत का रास्ता इतना भी आसान नहीं रहा. फाइनल के बाद उन्होंने खुलासा किया कि फाइनल मुकाबले में ही उन्हें अपनी जांघ में आई चोट से उबरना पड़ा और फिर भी वो पोडियम तक पहुंचने में सफल रहे.
मेडल का रंग सुनहरा भी हो सकता था!!
नीरज चोपड़ा फाइनल इवेंट में तीन राउंड के थ्रो के बाद भी चौथे स्थान पर थे, यानी पोडियम से दूर. नीरज का पहला थ्रो फाउल था जबकि दूसरे और तीसरे राउंड के थ्रो 82.39 मीटर और 86.37 मीटर के थे. लेकिन आखिरकार अपने चौथे प्रयास में नीरज चोपड़ा ने 88.13 मीटर के शानदार थ्रो के साथ मैडल की दौड़ में वापसी की, जिसे उन्होंने अंत तक बनाए रखा.
इस बड़ी जीत के बाद मीडिया से बात करते हुए नीरज चोपड़ा ने खुलासा किया कि चौथे थ्रो के बाद उन्होंने अपनी जांघ में कुछ जकड़न महसूस की थी जिसके कारण उनके अंतिम दो प्रयासों में फाउल थ्रो हुआ.
"मैंने लगता है कि चौथा थ्रो और भी दूर जा सकता था. लेकिन उस थ्रो के बाद मैंने अपनी जांघ में कुछ महसूस किया और अगले दो थ्रो में अपना बेस्ट नहीं दे सका. मेरे (जांघ पर) स्ट्रैपिंग थी. मैं कल सुबह ही उसकी हालत जान पाऊंगा क्योंकि मेरा शरीर अभी भी गर्म है. मुझे उम्मीद है कि आगे आने वाले इवेंट, कॉमनवेल्थ गेम्स में यह परेशानी नहीं बनेगी"
नीरज का अगला लक्ष्य- कॉमनवेल्थ गेम्स में सोना
नीरज चोपड़ा अब कॉमनवेल्थ गेम्स 2022 में भाग लेंगे जो 28 जुलाई से शुरू होगा. चोपड़ा ने 2018 में हुए पिछले कॉमनवेल्थ गेम्स के चैंपियन हैं. लेकिन यहां भी उनके सामने ग्रेनेडा के एंडरसन पीटर्स की चुनौती होगी, जिन्होंने आज नीरज को पछाड़कर गोल्ड जीता है.
नीरज चोपड़ा ने मीडिया ने बात करते हुए कहा कि "पीटर्स अच्छा कर रहा है, उसने इस साल कई बार 90 मीटर से अधिक फेंका है. यह गेम के लिए अच्छा है. मैं कॉम्पिटिशन से खुश हूं. मैंने उसे भी हराया है"
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