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'लड़की हो वो भी मुस्लिम, बॉक्सिंग में क्या कर लोगी?' निकहत बनीं वर्ल्ड चैंपियन

Nikhat Zareen बनीं वर्ल्ड चैंपियन, दो बार की एशियाई चैंपियन को हराकर गोल्ड जीता

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भारत की निकहत जरीन (Nikhat Zareen) ने IBA महिला विश्व मुक्केबाजी चैम्पियनशिप (World Boxing Championship) 2023 में स्वर्ण पदक जीतने के लिए 50 किलोग्राम लाइट फ्लाईवेट वर्ग के फाइनल में वियतनाम की दो बार की एशियाई चैंपियन गुयेन थी टैम को हराया. निकहत ने गुयेन थी टैम को 5-0 से हराया है. यह उनका दूसरा विश्व चैंपियनशिप स्वर्ण पदक है.

इससे पहले निकहत जरीन ने 52 किग्रा वर्ग मुकाबले में गोल्ड मेडल जीता था. इस्तांबुल में खेले गए फाइनल मुकाबले में निखत ने थाईलैंड की जिटपॉन्ग जुटामस (Jitpong Jutamas) को 5-0 से मात दे दी थी.

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निकहत ने अपने मुक्कों से दिया जवाब

एक पुराने इंटरव्यू में क्विंट से बातचीत में निकहत जरीन ने कहा था कि अक्सर लोग उनसे कहते हैं कि एक मुस्लिम लकड़ी होकर बॉक्सिंग जैसे मर्दों के खेल में जगह बनाना मुश्किल है. लेकिन वर्ल्ड बॉक्सिंग चैम्पियनशिप में गोल्ड मेडल जीतकर निकहत ने सवाल उठाने वालों की बोलती बंद कर दी है.

निकहत आगे कहती है कि, मुझे अपने आप भरोसा था. और जब आपको खुद पर भरोसा होता है तो कुछ भी नामुमकिन नहीं है.

मैरी कॉम से मुकाबले पर क्या कहा ?

मैरी कॉम (Mary Kom) को लेकर बात करते हुए निकहत (Nikhat Zareen) कहती हैं कि हम दोनों एक ही कैटगरी में खेलते हैं. मैरी देश की महान बॉक्सर में से एक हैं.

मैरी कॉम से मुकाबले की बात पर उन्होंने कहा कि, प्रेशर तो होता है. लेकिन ये भी है कि अगर हम उनको हरा देते हैं तो हमारा नाम भी हो जाएगा. इसके साथ ही निकहत कहती हैं की हेल्दी कंपटीशन होना चाहिए.

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