पुलवामा में हुए आतंकी हमले के बाद भारत में कई क्रिकेटर और क्रिकेट फैन्स ये मांग कर रहे हैं कि भारत को मई महीने में होने वाले वर्ल्ड कप में पाकिस्तान के साथ नहीं खेलना चाहिए. बीसीसीआई के अधिकारियों ने भी पाकिस्तान के साथ होने वाले मैच की ओर इशारा किया है कि वो इस मैच को लेकर कोई बड़ा फैसला ले सकते हैं.
हिंदुस्तान टाइम्स में छपी एक खबर के मुताबिक, बीसीसीआई के ट्रेजरर अनिरुद्ध चौधरी ने कहा है कि बीसीसीआई के पास ये अधिकार है कि वो चाहे तो पाकिस्तान के साथ होने वाले मैच में खेलने से मना कर सकता है.
क्या पाकिस्तान के साथ ना खेलना संभव ?
जब अनिरुद्ध चौधरी से पूछा गया कि, क्या वर्ल्ड कप में पाकिस्तान के साथ ना खेलना संभव है? इसके जवाब में उन्होंने बताया कि बीसीसीआई ने अभी तक मेंबर पार्टिसिपेशन एग्रीमेंट पर साइन नहीं किया है, जिससे भारत के पास ये अधिकार है कि वो पाकिस्तान के साथ खेलने या फिर पूरे वर्ल्ड कप में हिस्सा लेने पर कोई भी फैसला ले सकता है.
बीसीसीआई के ही एक और अधिकारी ने बताया कि भारतीय क्रिकेट बौर्ड पर मेंबर पार्टिसिपेशन एग्रीमेंट साइन करने को लेकर किसी तरह का कोई दबाव नहीं है, भारत चाहे तो पाकिस्तान के साथ ना खेले लेकिन ये प्रावधान है कि भारत के ना खेलने पर पाकिस्तान को पॉइंट दे दिया जाएगा. फिलहाल बीसीसीआई ने एग्रीमेंट को लेकर कोई भी कदम नहीं उठाया है तो ऐसा हो सकता है कि हम पाकिस्तान को लेकर कोई शर्त रख सकते हैं.
भारत के कई खिलाड़ियों ने भी की मैच बहिष्कार की बात
पुलवामा हमले के बाद भारत के कई मौजूदा और पूर्व क्रिकेट खिलाड़ियों ने भी इस बात को उठाया. उनका कहना है कि पाक की सरपरस्ती वाले आतंकवादी हमलों के बाद भारत को पाकिस्तान के साथ होने वाले मैच का बहिष्कार करना चाहिए. इस बात को सबसे पहले भारत के स्पिनर हरभजन सिंह ने उठाया था. हरभजन ने कहा था कि...
‘‘भारत को वर्ल्ड कप में पाकिस्तान के साथ नहीं खेलना चाहिए. भारतीय टीम इतनी मजबूत है कि पाकिस्तान से खेले बिना भी वर्ल्ड कप जीत सकती है. हमें देश के साथ खड़े होना चाहिए. क्रिकेट के साथ हॉकी भी नहीं खेलनी चाहिए.हरभजन सिंह
हरभजन सिंह की इस मांग के समर्थन में कई पूर्व क्रिकेटर भी आए हैं, जिनमें भारतीय टीम के पूर्व कप्तान मोहम्मद अजहरुद्दीन, आकाश चोपड़ा और चेतन चौहान का नाम शामिल है.
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