ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ दिल्ली में आखिरी वनडे में ऋषभ पंत ने फिर निराश किया. उन्होंने टीम में अपनी जगह बनाने का एक और बड़ा मौका गंवा दिया. चौथे वनडे में उनकी विकेटकीपिंग को लेकर खूब आलोचना हुई थी. उन्होंने चौथे मैच में कई गलतियां की थीं.
पांचवें मैच में उनके पास उन गलतियों को सुधारने का मौका था. वो अगर संयम के साथ बल्लेबाजी करते और अच्छा स्कोर बनाते तो निश्चित तौर पर उनकी पुरानी गलतियों पर परदा पड़ सकता था. लेकिन अति आत्मविश्वास से भरे हुए ऋषभ पंत पांचवें वनडे में भी जोश में होश खोकर आउट हो गए. टीम इंडिया मैच हार गई. ऑस्ट्रेलिया ने सीरीज में जीत हासिल की.
इस हार के जिम्मेदार अकेले ऋषभ पंत नहीं हैं. लेकिन ऋषभ पंत अपने हाथ आए मौके को गंवाने के जिम्मेदार खुद ही है. हालांकि कोई बहुत बड़ा उलटफेर ना हो जाए तो बेहद औसत प्रदर्शन के बाद भी ऋषभ पंत इंग्लैंड जाएंगे. ऐसा इसलिए क्योंकि वो टीम मैनेजमेंट की पसंद हैं. लेकिन इंग्लैंड जाना और प्लेइंग 11 में जगह बनाना दो अलग-अलग बाते हैं. फिलहाल प्लेइंग 11 में मौका पाने के हक से ऋषभ पंत दूर हो गए हैं.
हर किसी ने देखा कि विराट कोहली ने बतौर कप्तान ऋषभ पंत को एक के बाद एक लगातार मौके दिए. ऋषभ पंत एक के बाद एक उन मौकों को बर्बाद करते चले गए.
गावस्कर ने भी कहा मौके को गंवाया
ऋषभ पंत दिल्ली वनडे में बहुत ‘क्रूशियल’ मौके पर बल्लेबाजी करने आए. उस वक्त क्रीज पर टिककर बल्लेबाजी करने की जरूरत थी. रन रेट इतना ज्यादा नहीं चाहिए था कि हर गेंद पर ‘अटैक’ किया जाए. गेंद को समझ बूझकर खेलने की जरूरत थी. उस वक्त कॉमेंट्री कर रहे सुनील गावस्कर लगातार ये बात कर रहे थे कि खिलाड़ी को अपनी गलतियों से सबक लेना चाहिए.
ऋषभ पंत के पास शॉट्स की ‘वेराइटी’ है. उन्हें जितना मौका दिया जाए उतना अच्छा है. वो जितना ज्यादा खेलेंगे उतना ‘मेच्योर’ होंगे. भारत के स्कोरबोर्ड पर अभी 100 रन भी नहीं जुड़े थे इसलिए मैच में वो ‘स्टेज’ भी था जिसपर ऋषभ पंत बड़ी आसानी से देर तक बल्लेबाजी कर सकते थे. जैंपा के ओवर में ऋषभ पंत ने पहली ही गेंद पर छक्का मारा. छक्का मारने के बाद अगली गेंद पर एक रन लेकर उन्होंने ‘स्ट्राइक’ रोहित शर्मा को दे दी.
गावस्कर ने उनकी इस सोच की तारीफ की. गावस्कर ने कहाकि ये बहुत अच्छी रणनीति है कि आप एक बड़ा शॉट खेलें और फिर एक रन लेकर स्ट्राइक दूसरे बल्लेबाज को दे दें. उम्मीद बंधी की ऋषभ पंत ‘मेच्योर’ पारी खेलने की तैयारी से आए हैं. लेकिन ऐसा हुआ नहीं. अगले ही ओवर में नाथन लाएन की गेंद को आधे मन से और नासमझी से खेलने की कोशिश में वो अपना विकेट गंवा बैठे. उस वक्त ऋषभ पंत का स्कोर था 16 गेंद पर 16 रन. गावस्कर ने तुरंत कहा कि ऋषभ पंत ने हाथ आए मौके का फायदा नहीं उठाया. ‘वेस्टेड ऑपरच्युनिटी’ यानि मौके को बर्बाद करना.
लगातार चूके हैं ऋषभ पंत
ये ऋषभ पंत के करियर का पांचवा वनडे मैच था. इन पांच मैचों में उन्होंने अब तक सिर्फ 93 रन बनाए हैं. उनकी औसत 23.25 की है. सर्वश्रेष्ठ स्कोर 36 रनों का है. टीम मैनेजमेंट उन्हें लगातार मौके इसलिए दे रहा है क्योंकि 2019 विश्व कप के बाद उन्हें धोनी के उत्तराधिकारी के तौर पर देखा जा रहा है. साथ ही उनके ‘अटैकिंग नेचर’ को इस्तेमाल करने की जरूरत समझी जा रही है.
यही वजह है कि दिनेश कार्तिक को वनडे टीम से बाहर करके ऋषभ पंत को जगह दी गई. जिससे 2019 विश्व कप से पहले उन्हें अपनी काबिलियत को दिखाने का मौका मिल सके. मौजूदा सीरीज में भी धोनी को आराम देकर आखिरी दो वनडे में उन्हें खिलाया गया. बावजूद इसके वो भरोसा नहीं जीत पाए.
विकेट के पीछे भी गलतियां हुईं और विकेट के आगे भी. विराट कोहली कह चुके हैं कि 2019 विश्व कप की टीम में जगह बनाने का आधार आईपीएल का प्रदर्शन नहीं होगा. अगर ऐसा है तो ऋषभ पंत को किस प्रदर्शन के आधार पर वो इंग्लैंड ले जाएंगे ये समझ से परे हैं. बशर्ते वो आधार सिर्फ और सिर्फ कप्तान की पसंद का ना हो.
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