इंग्लैंड के कप्तान जो रूट चेन्नई के एमए चिदंबरम स्टेडियम यानी चेपक में सबसे ज्यादा व्यक्तिगत स्कोर बनाने वाले विदेशी खिलाड़ी बन गए हैं. रूट ने भारत के साथ जारी पहले टेस्ट मैच के दूसरे दिन शनिवार को चायकाल के बाद यह उपलब्धि हासिल की.
रूट इंग्लैंड की पारी के 148वें ओवर में जसप्रीत बुमराह की गेंद पर सिंगल लेकर इस मैदान पर सबसे ज्यादा स्कोर बनाने वाले पहले विदेशी खिलाड़ी बन गए. रूट ने जैसे ही अपनी पारी का 211वां रन बनाया, वैसे ही उन्होंने यह उपलब्धि हासिल कर ली.
रूट से पहले, चेन्नई के इस मैदान पर विदेशी खिलाड़ी के रूप में सबसे ज्यादा स्कोर बनाने का रिकॉर्ड ऑस्ट्रेलिया के दिवंगत बल्लेबाज डीन जोंस (डीनो) के नाम था, जिन्होंने 1986 में 210 रनों की पारी खेली थी.
उनके अलावा इस मैदान पर इंग्लैंड के माइक गेटिंग 1985 में 207 रनों की और ऑस्ट्रेलिया के मैथ्यू हेडन 2001 में 203 रनों की पारी खेल चुके हैं.
फिटनेस और तकनीक के दम पर रूट का शानदार प्रदर्शन जारी
भारत के साथ जारी पहले टेस्ट में अपना लगातार तीसरा शतक लगाने वाले इंग्लैंड के कप्तान जो रूट, भारतीय कप्तान विराट कोहली, ऑस्ट्रेलियाई बल्लेबाज स्टीव स्मिथ और न्यूजीलैंड के कप्तान केन विलियम्सन के साथ 50 के औसत से रन बनाने वाले बल्लेबाजों में शामिल हो गए हैं. साथ ही रूट के इस शतक से यह चर्चा शुरू हो गई है विश्व क्रिकेट में बेस्ट-4 बल्लेबाजों कौन से हैं.
भारत के खिलाफ शतक लगाने से पहले रूट ने श्रीलंका दौरे पर 228 और 186 रनों की पारी खेली थी. उन्होंने इससे पहले, 13 टेस्ट पारियों में केवल चार ही अर्धशतक लगाए थे. इस समय उनका औसत 50.16 का है.
रूट ने इससे पहले कहा था कि कोहली, स्मिथ और विलियम्सन उनसे ऊपर है और वह बिग फोर (विश्व के चार बेस्ट बल्लेबाजों की लिस्ट) में वापसी करना चाहते हैं.
रूट ने पहले दिन की खेल समाप्ति के बाद कहा था, " मुझे लगता है कि मैं अच्छी फॉर्म में हूं और मुझे इसे भुनाने की जरूरत है."
रूट का रिकॉर्ड दिखाता है कि टेस्ट क्रिकेट में टॉप टीमों के खिलाफ उनका रिकॉर्ड विलियम्सन से थोड़ा बेहतर है. विलियम्सन का ऑस्ट्रेलिया, इंग्लैंड, भारत और दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ 50 से नीचे का औसत रहा है.
रूट ने एशियाई टीमों खासकर भारत के खिलाफ अपना शानदार रिकॉर्ड जारी रखा है. रूट का भारत के खिलाफ 61.96 का, पाकिस्तान के खिलाफ 56.11 का और श्रीलंका के खिलाफ 58.88 का औसत रहा है.
वहीं, स्मिथ और कोहली ने सभी टीमों के खिलाफ निरंतर रूप से प्रदर्शन किया है. कोहली का सभी टीमों के खिलाफ 50 से ज्यादा औसत रहा है.
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