टी20 में क्लीन स्वीप झेलने वाली न्यूजीलैंड की टीम वनडे सीरीज में भारत का सफाया कर दिया. माउंट माउंगानुई में मंगलवार 11 फरवरी को हुए सीरीज के तीसरे वनडे में कीवी टीम ने भारत को 5 विकेट से हराकर 3 मैचों की सीरीज 3-0 से अपने नाम कर ली.
भारत ने न्यूजीलैंड को जीत के लिए 297 रन का लक्ष्य दिया था, जिसे न्यूजीलैंड ने मार्टिन गप्टिल (66), हेनरी निकोल्स (80) और कॉलिन डि ग्रांडहोम (58) की पारियों की मदद से 47.1 ओवर में हासिल कर लिया.
भारत के लिए सिर्फ युजवेंद्र चहल ही कुछ असर डाल सके और सबसे ज्यादा 3 विकेट लिए. वहीं जसप्रीत बुमराह लगातार तीसरे मैच में खाली हाथ लौटे.
गप्टिल के तूफान के किया परेशान
केएल राहुल के बेहतरीन शतक की मदद से भारत ने पहले बल्लेबाजी करते हुए 297 रन का लक्ष्य रखा. इस स्कोर के बाद ऐसी उम्मीद थी कि टीम इंडिया आखिरी मैच जीतकर लौटेगी, लेकिन मार्टिन गप्टिल ने जिस तरह की शुरुआत की, उसने भारत की उम्मीदों को धुंधला कर दिया.
गप्टिल ने सिर्फ 29 गेंद में अपना अर्धशतक पूरा किया और न्यूजीलैंड को जरूरत के मुताबिक शुरुआत दिलाई. गप्टिल और निकोल्स ने 16 ओवर में ही टीम के 100 रन पूरे कर लिए. जल्द ही युजवेंद्र चहल ने गप्टिल को बोल्ड कर भारत को पहली सफलता दिलाई.
चोट के बाद टीम में वापसी कर रहे कप्तान केन विलियमसन (22) भी ज्यादा देर क्रीज पर नहीं टिक सके और युजवेंद्र ने उन्हें भी अपना शिकार बनाया. अगले कुछ रनों के भीतर ही न्यूजीलैंड ने रॉस टेलर (12) और हेनरी निकोल्स (80) का भी विकेट गंवा दिया. निकोल्स सीरीज में दूसरी बार अपना शतक पूरा नहीं कर सके.
एक बार के लिए लगा कि भारतीय टीम मैच में वापसी कर लेगी. ये उम्मीद तब और मजबूत हुई जब 220 के स्कोर पर भारत ने जिमी नीशम (19) को आउट कर पांचवा विकेट लिया.
बस इसके बाद भारत को कोई मौका नहीं मिला. कॉलिन डि ग्रांडहोम ने धुआंधार पारी खेलते हुए न्यूजीलैंड की जीत और भारत का क्लीन स्वीप पक्का कर दिया. डि ग्रांडहोम (58) ने टॉम लैथम (32) के साथ मिलकर 80 रन की साझेदारी की और न्यूजीलैंड को यादगार सीरीज जीत दिलाई.
मयंक-कोहली फ्लॉप, पृथ्वी फिर चूके
सीरीज के आखिरी मैच में भी भारत की शुरुआत अच्छी नहीं रही. मयंक अग्रवाल इस मैच में भी सस्ते में पवेलियन लौट गए. वहीं कप्तान कोहली भी इस सीरीज में फिर से नाकाम रहे और सिर्फ 8 रन बनाकर आउट हो गए. पृथ्वी शॉ (40) भी एक बार फिर अच्छी शुरुआत को बड़े स्कोर में नहीं बदल पाए.
पहले 2 मैचों की तरह ही मयंक अग्रवाल एक बार फिर फेल हो गए. दूसरे ओवर में ही काइल जैमीसन ने मयंक अग्रवाल (1) को एक आउट स्विंग गेंद पर बोल्ड कर दिया. दूसरे वनडे में भी मयंक बाहर निकलती हुई गेंद पर ही आउट हुए थे.
मयंक के बाद आए कप्तान विराट कोहली शुरू से ही संघर्ष करते दिखे. जैमीसन और टिम साउदी की ऑफ स्टंप के बाहर निकलती गेंदों पर कोहली लगातार बीट हुए. हालांकि कोहली ने साउदी पर मिटविकेट के ऊपर से छक्का जड़कर स्थिति पर काबू पाने की कोशिश की, लेकिन अगले ही ओवर में हामिश बैनेट की गेंद पर थर्ड मैन पर कैच दे बैठे. कोहली ने सिर्फ 8 रन बनाए.
हालांकि पृथ्वी शॉ ने बेहतरीन शुरुआत की और बेखौफ होकर तेजी से बाउंड्री बटोरी. शॉ ने कुछ बेहतरीन शॉट लगाए और भारतीय पारी को संभालने की कोशिश की. अपने पहले अर्धशतक की ओर बढ़ रहे शॉ दो रन लेने की कोशिश में रन आउट हो गए. शॉ ने 40 रन बनाए.
अय्यर-राहुल ने पार लगाई नैय्या
वहीं श्रेयस अय्यर और केएल राहुल ने अपनी बेहतरीन फॉर्म को यहां भी जारी रखा और मजबूत पार्टनरशिप कर टीम को संभाला. श्रेयस अय्यर ने एक और अर्धशतक लगाया और 62 रन बनाकर आउट हुए.
अय्यर और राहुल के बीच चौथे विकेट के लिए 100 रन की साझेदारी हुई, जिसकी मदद से भारत ने खराब शुरुआत से उबरते हुए बड़े स्कोर की नींव रखी.
अय्यर का विकेट गिरने के बाद मौजूदा वक्त में भारत के लिए सबसे अच्छी फॉर्म में चल रहे केएल राहुल ने मनीष पांडे के साथ मिलकर टीम को मजबूत स्कोर तक पहुंचाने में मदद की. राहुल ने इस साल का अपना पहला और करियर का चौथा वनडे शतक जड़ा.
राहुल ने मनीष के साथ मिलकर पांचवे विकेट के लिए 107 रन की पार्टनरशिप की. राहुल 112 रन बनाकर आउट हुए जबकि मनीष पांडे ने भी 42 रन बनाए.
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