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IND vs SA, 2nd Test: स्टंप्स तक साउथ अफ्रीका-36/3, भारत 565 रन आगे

पुणे टेस्ट में भारत ने पहले दिन 3 विकेट खोकर 273 रन बनाए थे

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साउथ अफ्रीका के खिलाफ पुणे टेस्ट मैच के दूसरे दिन शुक्रवार 11 अक्टूबर को भारतीय टीम ने अपनी स्थिति बेहद मजबूत कर ली है. कप्तान विराट कोहली समेत बाकी बल्लेबाजों के शानदार प्रदर्शन के बाद गेंदबाजों ने भी अपना जोर दिखाया और सिर्फ 33 रन पर साउथ अफ्रीका के 3 विकेट झटक लिए.

दिन का खेल खत्म होने तक साउथ अफ्रीका ने 3 विकेट खोकर 36 रन बना लिए हैं और वो भारत से अभी भी 565 रन पीछे है. भारत ने अपनी पहली पारी 5 विकेट पर 601 रन बनाकर घोषित की थी.

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उमेश का कहर, अफ्रीका पस्त

भारत के पहली पारी में 601 रन के विशाल स्कोर के जवाब में साउथ अफ्रीका की शुरुआत बेहद खराब रही. दिसंबर 2018 के बाद अपना पहला मैच खेल रहे तेज गेंदबाज उमेश यादव ने कप्तान के फैसले को सही साबित किया और सिर्फ 2 रन पर अफ्रीका को पहला झटका दिया.

उमेश यादव की तेज गेंद विकेट की लाइन पर आई. मारक्रम (0) उसे खेलने से चूक गए और गेंद उनके पैड से टकराई और वो एलबीडब्लू आउट हो गए. जल्द ही उमेश ने फिर से अपना कहर दिखाया और इस बार डीन एल्गर (6) को भी बोल्ड कर दिया.

13 रन पर 2 विकेट गंवाने के बाद साउथ अफ्रीका को जरूरत थी एक अच्छी साझेदारी की. क्रीज पर थेयुनस डि ब्रूयन और टेम्बा बावुमा ने रन जोड़ने शुरू किए.

कोहली ने दोनों छोर से गेंदबाजी में बदलाव किया. पहले ईशांत को हटाकर जडेजा को बुलाया और फिर उमेश की जगह मोहम्मद शमी को गेंद थमाई.

मोहम्मद शमी ने पहली ही गेंद पर टेम्बा बावुमा को विकेट के पीछे ऋद्धिमान साहा के हाथों कैच करवा दिया. हालांकि अंपायर ने इसे नॉट आउट दिया, लेकिन कोहली ने रिव्यू लिया और थर्ड अंपायर ने इसे आउट करार दिया.

दिन का खेल खत्म होने तक साउथ डि ब्रूयन 20 और नाइट वॉचमैन एनरिख नॉर्टजे 2 रन बनाकर क्रीज पर डटे हुए हैं.

कोहली की रिकॉर्ड तोड़ मास्टरक्लास

शुक्रवार 11 अक्टूबर का दिन पूरी तरह से कप्तान विराट कोहली के नाम रहा, जिन्होंने अपनी बेहतरीन पारी से साउथ अफ्रीकी गेंदबाजों का मनोबल तोड़ दिया. पहले 26वां शतक जड़ा और फिर उसे रिकॉर्ड सातवें दोहरे शतक में बदल दिया.

हालांकि कोहली ने रहाणे के साथ मिलकर दूसरे दिन की धीमी, लेकिन संभली हुई शुरुआत की. इस दौरान पहले रहाणे ने अपना 20वां अर्धशतक पूरा किया.

कुछ ही देर में कप्तान कोहली ने एक खूबसूरत स्ट्रेट ड्राइव पर चौका जड़ा और अपना शतक पूरा किया. खास बात ये है कि 11 टेस्ट पारियों में ये कोहली का पहला शतक था. कोहली ने आखिरी बार दिसंबर 2018 में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ पर्थ में शतक लगाया था.

लंच के बाद अगले दोनों सेशन में कोहली पूरी तरह साउथ अफ्रीकी गेंदबाजों पर हावी हो गए. भारत ने दूसरे सेशन में 117 रन बनाए, जिसमें से 90 रन अकेले कोहली ने ही बनाए थे.

हालांकि बीच में केशव महाराज की गेंद पर कोहली के बल्ले का किनारा लगा, लेकिन गेंद स्लिप के फील्डर के पास से निकल गई. कोहली ने अपनी किस्मत का फायदा उठाया और तेजी से अपने 150 रन पूरे किए. बतौर कप्तान कोहली ने करियर में 9वीं बार 150 का आंकड़ा पार किया और डॉन ब्रैडमैन (8) का रिकॉर्ड तोड़ा.

टी-ब्रेक से ठीक बाद कोहली ने 2 रन लेकर अपना ऐतिहासिक सातवां दोहरा शतक पूरा किया. इस दोहरे शतक के साथ ही कोहली ने सचिन तेंदुलकर और वीरेंद्र सहवाग के 6 दोहरे शतक के भारतीय रिकॉर्ड को भी पीछे छोड़ दिया.

कोहली ने 2017 के बाद पहली बार दोहरा शतक लगाया. अपने दोहरे शतक के बाद तो कोहली बिल्कुल अलग धुन में नजर आए और उन्होंने सिर्फ बाउंड्री बटोरने पर ध्यान दिया. जल्द ही कोहली ने अपना 243 रन का पिछला सर्वाधिक स्कोर पार किया और 254 रन बनाकर नॉट आउट रहे.

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जडेजा का प्रहार, रहाणे भी असरदार

भारत ने दूसरे दिन गुरुवार के स्कोर 273/3 से आगे खेलना शुरू किया. कोहली और रहाणे ने पहले धीमी लेकिन सधी हुई शुरुआत की.

दोनों ने मिलकर पहले टीम को 300 रन के पार पहुंचाया. इस दौरान दोनों के बीच एक और शतकीय साझेदारी हुई. जल्द ही रहाणे ने अपना अर्धशतक पूरा किया. ये उनके 60वें टेस्ट में 20वां अर्धशतक है. इससे पहले वेस्टइंडीज दौरे पर रहाणे ने एक शतक और 2 अर्धशतक जड़े थे.

हालांकि लंच के बाद रहाणे सिर्फ 1 रन और बना सके और 59 रन बनाकर केशव महाराज का 100वां शिकार बने. कोहली और रहाणे के बीच 178 रन की साझेदारी हुई.

वहीं रहाणे के बाद रनों की रफ्तार को बढाने के लिए रविंद्र जडेजा क्रीज पर आए. जडेजा ने पहले धीमी बल्लेबाजी की और क्रीज पर जमने में वक्त लिया. इस वक्त तक कप्तान विराट कोहली अपनी लय में तेजी से रन बनाए जा रहे थे.

हालांकि टी-ब्रेक के बाद पहले जडेजा ने अपना 12वां अर्धशतक पूरा किया और फिर तूफानी रुख अपनाया. एक तरफ कोहली ने भी दोहरा शतक लगाने के बाद तेजी से रन बनाने शुरू किए, तो जडेजा भी पीछे नहीं रहे. उन्होंने मुथुसामी और महाराज पर जमकर रन बरसाए.

इस दौरान कोहली के साथ मिलकर 200 रन की साझेदारी भी पूरी की और भारत को 600 रन के पार पहुंचाया. हालांकि वो एक बार फिर अपने शतक से चूक गए और 104 गेंदों पर 91 रन बनाकर आउट हो गए. इसके साथ ही भारत ने अपनी पारी 601/5 पर घोषित कर दी.

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