टी20 सीरीज में 5-0 से न्यूजीलैंड पर शानदार जीत के एक हफ्त के भीतर ही टीम इंडिया वनडे सीरीज में पस्त हो गई. हैमिल्टन में मिली हार के बाद ऑकलैंड में हुए दूसरे वनडे में भी टीम इंडिया को निराशा हाथ लगी है. ईडन पार्क में शनिवार 8 फरवरी को हुए सीरीज के दूसरे मैच में भारत को 22 रन से हार का सामना करना पड़ा. इसके साथ ही भारतीय टीम ने 2-0 से सीरीज गंवा दी है.
रविंद्र जडेजा ने अर्धशतक जड़कर टीम को जीत दिलाने की कोशिश की. जडेजा ने नवदीप सैनी (45) के साथ मिलकर 8वें विकेट के लिए 78 रन की साझेदारी कर जीत की उम्मीद जगाई लेकिन लेकिन टॉप ऑर्डर की नाकामी का खामियाजा टीम को भुगतना पड़ा. पूरी टीम 251 रन पर ऑल आउट हो गई. जडेजा ने 55 रन बनाए.
टॉप-मिडिल ऑर्डर फ्लॉप
न्यूजीलैंड ने पहले बल्लेबाजी करते हुए 273 रन बनाए. न्यूजीलैंड के लिए मार्टिन गप्टिल ने 79 रन बनाए जबकि रॉस टेलर ने भी बेहतरीन 73 रनों की पारी खेली और टीम को इस स्कोर तक पहुंचाया.
जवाब में भारतीय टीम की शुरुआत बेहद खराब रही. भारतीय टीम ने पहले 10 ओवर में 57 रन तक ही मयंक अग्रवाल (3), पृथ्वी शॉ (24) और विराट कोहली (15) के विकेट गंवा दिए. इसके बाद आए केएल राहुल और श्रेयस अय्यर से टीम को उम्मीद थी, लेकिन राहुल खराब शॉट खेलकर सिर्फ 4 रन बनाकर आउट हो गए.
श्रेयस अय्यर ने टीम को संभालने की कोशिश की और एक अच्छा अर्धशतक लगाया, लेकिन फिफ्टी पूरी करने के बाद अगली ही गेंद पर गैर जिम्मेदाराना शॉट खेलकर विकेट गंवाया और टीम को मुसीबत में फंसा दिया. उन्होंने 52 रन बनाए.
केदार जाधव (9) भी कुछ और शार्दुल ठाकुर (18) भी कुछ खास नहीं कर सके और जल्दी चलते बने.
जडेजा-सैनी की साझेदारी
31 ओवर में 153 रन पर ही 7 विकेट गंवाने के बाद भारतीय टीम की हार तय लग रही थी, लेकिन नवदीप सैनी और रविंद्र जडेजा ने कीवी गेंदबाजों को खूब परेशान किया.
इस मैच के लिए मोहम्मद शमी की जगह टीम में शामिल किए गए तेज गेंदबाज नवदीप सैनी ने बल्ले से कमाल दिखाया. सैनी ने समझदारी से बैटिंग की और जडेजा को लगातार स्ट्राइक दिया. कई मौकों पर उन्होंने बाउंड्री भी बटोरी.
सैनी और जडेजा ने आठवें विकेट के लिए 78 रन की साझेदारी कर टीम को न सिर्फ 200 रन के पार पहुंचाया बल्कि जीत की उम्मीद भी जगाई. सैनी 49 गेंद में 5 चौके और 2 छक्कों की मदद से 45 रन बनाकर आउट हुए.
सैनी के जाने के बाद जडेजा ने अपना अर्धशतक पूरा किया और टीम को बेहद करीब ले आए, लेकिन वर्ल्ड कप सेमीफाइनल की तरह एक बार फिर वो टीम को जीत नहीं दिला पाए. युजवेंद्र चहल (10) ने भी कुछ कोशिश की लेकिन उनके रन आउट होने के साथ ही बची-खुची उम्मीदें भी खत्म हो गईं.
टीम को 10 गेंद में 23 रन की जरूरत थी और जडेजा ने बड़ा शॉट खेलने की कोशिश की, लेकिन बाउंड्री पर उनके कैच के साथ ही मैच और सीरीज भारत के हाथ से फिसल गई.
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