भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (BCCI) को बहुत जल्द एक नया अध्यक्ष मिल गया है. 18 अक्टूबर को मौजूदा अध्यक्ष सौरव गांगुली का कार्यकाल खत्म हुआ और रोजर बिन्नी ने उनकी जगह ली. मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, मंगलवार को हुई बीसीसीआई बोर्ड मीटिंग में सौरव गांगुली (Sourav Ganguly) ने पद पर बने रहने की इक्छा जताई थी, जिस पर बात नहीं बनी.
1983 विश्व कप की विजेता टीम के सदस्य रहे रोजर बिन्नी ने (Roger Binny) मौजूदा अध्यक्ष सौरव की जगह ली है. वहीं, बीसीसीआई सचिव जय शाह अपने पद पर बने रहेंगे.
रोजर बिन्नी कौन हैं?
रोजर माइकल हम्फ्री बिन्नी एक पूर्व भारतीय क्रिकेटर हैं, जिन्होंने 1983 विश्व कप में सर्वाधिक 18 विकेट लेकर भारत को विश्व विजेता बनाने में अहम भूमिका निभाई थी. उन्होंने 1985 में ऑस्ट्रेलिया में हुए वर्ल्ड सीरीज क्रिकेट चैंपियनशिप में भी सर्वाधिक 17 विकेट चटकाए थे.
रोजर बिन्नी भारत के लिए क्रिकेट खेलने वाले एंग्लो-इंडियन समुदाय के पहले व्यक्ति भी थे. उन्होंने 27 टेस्ट मैच में 47 विकेट लिए हैं. वहीं, 72 वनडे में 77 विकेट उनके नाम हैं.
रोजर बिन्नी के नाम को आगे करने की वजह?
बीसीसीआई अध्यक्ष के रूप में बिन्नी का नाम बहुत से लोगों को चौंका सकता है, लेकिन इसके संकेत पहले ही मिल गए थे. जब कर्नाटक राज्य क्रिकेट संघ (KSCA) ने सचिव संतोष मेनन के बजाय बिन्नी को बीसीसीआई एजीएम में अपने प्रतिनिधि के रूप में नामित किया.
68 वर्षीय बिन्नी की छवि काफी साफ है. वह भारतीय टीम के चयनकर्ता भी रह चुके हैं, बिन्नी 2015 विश्व कप टीम की चयन समिति के सदस्य भी थे. बता दें कि उस वर्ल्ड कप में उनके बेटे स्टुअर्ट बिन्नी को भी चुना गया था. हालांकि, बाद में उन्होंने चयनकर्ता के पद से इस्तीफा दे दिया ताकि उन पर पक्षपात का आरोप न लगे.
बिन्नी का प्रशासन अनुभव और आगे की चुनौतियां?
67 वर्षीय बिन्नी को क्रिकेट प्रशासन का काफी अनुभव है. उन्होंने वर्षों से कर्नाटक राज्य क्रिकेट संघ (केएससीए) में विभिन्न पदों पर कार्य किया है और 2019 से इसके अध्यक्ष हैं. वह इंडिया अंडर-19 टीम के कोच की भूमिका भी निभा चुके हैं. उनके कोच रहते भारत ने 2000 में अंडर-19 विश्व कप जीता था.
पद पर बने रहना चाहते थे गांगुली
पूर्व भारतीय कप्तान सौरव गांगुली बीसीसीआई अध्यक्ष बने रहना चाहते थे. लेकिन गांगुली को बोर्ड के सदस्यों का समर्थन नहीं मिला और साथ ही यह सवाल भी उठाया गया कि उनके कार्यकाल में कुछ खास काम नहीं हुआ. हालांकि, कुछ रिपोर्ट के मुताबिक उन्हें आईपीएल चेयरमैन पद की पेशकश की गई थी, जिसे उन्होंने ठुकरा दिया.
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