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शेन वॉर्न को सदियों जिंदा रखेगा 90's के टेस्ट से आधुनिक IPL तक उनका सफर

Shane Warne का टेस्ट डेब्यू भारत के ही खिलाफ हुआ था और उनका पहला शिकार रवि शास्त्री बने थे.

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ऑस्ट्रेलिया के विक्टोरिया में 1969 में जन्मे शेन वॉर्न (Shane Warne Dies) शुक्रवार यानी 4 मार्च को दुनिया से अलविदा कह गए. ऑस्ट्रेलिया के दिग्गज लेग स्पिनर शेन वॉर्न एक ऐसा नाम थे जिसे शायद ही क्रिकेट से प्यार रखने वाले किसी शख्स ने न सुना हो. रिकॉर्ड से लेकर विवाद तक शेन वॉर्न कई बार सुर्खियों में रहे, लेकिन कभी उनकी प्रतिष्ठा पर कोई आंच नहीं आई.

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टेस्ट क्रिकेट में दूसरे सबसे ज्यादा विकेट लेने वाले गेंदबाज

एकदिवसीय अंतर्राष्ट्रीय (ODI) में ऑस्ट्रेलियाई टीम की वॉर्न ने कप्तानी भी की थी. व्यापक रूप से क्रिकेट इतिहास के महानतम गेंदबाजों में से एक माने जाने वाले वॉर्न को 1994 में विजडन क्रिकेटर्स ऑफ द ईयर के रूप में नामित किया गया था.

वॉर्न ने 1992 में अपना पहला टेस्ट मैच खेला और श्रीलंका के मुथैया मुरलीधरन के बाद इस फॉर्मेट में सबसे ज्यादा विकेट लेने वाले गेंजबाज हैं. वॉर्न के 708 टेस्ट विकेट टेस्ट क्रिकेट में किसी भी गेंदबाज द्वारा लिए गए सबसे अधिक विकेट लेने का रिकॉर्ड था, जिसे 3 दिसंबर 2007 मुरलीधरन ने तोड़ा.

वॉर्न एकमात्र ऐसे खिलाड़ी भी हैं बिना किसी करियर शतक के 3,000 से अधिक टेस्ट रन बनाए हैं. रोचक बात ये है कि उनका टेस्ट डेब्यू भारत के ही खिलाफ हुआ था और उनका पहला शिकार रवि शास्त्री बने थे.

उन्होंने जनवरी 2007 में इंग्लैंड पर ऑस्ट्रेलिया की 5-0 एशेज श्रृंखला की जीत के बाद अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट से संन्यास ले लिया.

वॉर्न के करियर में वो दौर भी आया जब उन्हें प्रतिबंधित पदार्थ लेने के लिए 2003 में क्रिकेट से बैन कर दिया गया था, लेकिन उन्होंने 2004 में फिर वापसी की और 2007 तक अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट से जु़ड़े रहे

आईपीएल में खूब निभाया RR का साथ

उन्होंने राजस्थान रॉयल्स के लिए इंडियन प्रीमियर लीग के पहले चार सीजन (2008–2011) में खेला, जहां उन्होंने कप्तान और कोच दोनों की भूमिकाएं निभाईं.

उन्होंने 2008 सीजन के फाइनल में चेन्नई सुपर किंग्स के खिलाफ अपनी टीम को जीत दिलाई. फरवरी 2018 में, राजस्थान रॉयल्स ने आईपीएल 2018 के लिए वॉर्न को अपनी टीम के मेंटर के रूप में नियुक्त किया.

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2013 में, वार्न को ICC क्रिकेट हॉल ऑफ फेम में शामिल किया गया था. 2012 में, उन्हें क्रिकेट ऑस्ट्रेलिया द्वारा क्रिकेट हॉल ऑफ फेम में भी शामिल किया गया था.

अब इस दिग्गज क्रिकेटर के जाने से क्रिकेट में एक सूनापन जरूर आएगा, क्योंकि शायद दुनिया में और कोई शेन वार्न बनने की काबिलियत न रखता हो.

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