जोहान्सबर्ग (Johannesburg) के वांडर्स मैदान (Wanderers Stadium) पर दक्षिण अफ्रीका (South Africa) ने टीम इंडिया (Team Inidia) को 7 विकेट से हरा दिया है. जिसके बाद तीन टेस्ट मैचों की सीरीज 1-1 से बराबर हो गई है. जोहान्सबर्ग में दक्षिण अफ्रीका की ये जीत एक इतिहास है क्योंकि इस मैदान पर भारतीय टीम पहली बार मैच हारी है. लेकिन एक वक्त मजबूत स्थिति में दिख रही टीम इंडिया की हार के 5 बड़े कारण क्या रहे.
1- सिराज का चोटिल होना
तेज गेंदबाजों को मदद वाली इस पिच पर भारतीय टीम के तेज गेंदबाज मोहम्मद सिराज पहली पारी में ही चोटिल गए. हालांकि वो बाद में मैदान पर जरूर उतरे लेकिन पूरे मैच मे लय नहीं पकड़ पाये. यही वजह रही कि उनसे बाद में ज्यादा गेंदबाजी भी कप्तान केएल राहुल ने नहीं करवाई और दूसरी पारी में सिराज ने केवल 6 ओवर गेंदबाजी की. जबकि पहली पारी मात्र 9.5 ओवर गेंदबाजी उन्होंने की थी.
2- बारिश
भारत की हार में बारिश ने भी बड़ा रोल निभाया क्योंकि चौथे दिन जिस तरीके से बारिश हुई उससे पिच थोड़ी आसान हो गई. जो बाउंस और गेंदबाजों को मदद बारिश से पहले दिख रही थी वो बाद में नहीं दिखी. इसके अलावा बार-बार गेंद गीली हो रही थी जिसकी वजह से ग्रिप बनाने में गेंदबाजों को दिक्कत हुई. कई बार मैच में गेंद बदलनी भी पड़ी.
3- कप्तान कोहली की चोट
कप्तान कोहली को टीम इंडिया ने एक बल्लेबाज के तौर पर ही नहीं बल्कि एक कप्तान के तौर पर भी काफी ज्यादा मिस किया. मैच से ठीक पहले खबर आई कि विराट कोहली को कमर में कुछ दिक्कत है और वो मैच नहीं खेलेंगे. उनकी जगह हनुमा विहारी को टीम में शामिल किया गया और उन्होंने दूसरी पारी में ठीकठाक रन भी बनाए लेकिन भारतीय टीम ने कप्तान के तौर पर विराट कोहली को बहुत मिस किया. क्योंकि उनके आक्रामक रवैये के कारण ही भारतीय तेज गेंदबाज कुछ अलग नजर आते हैं.
केएल राहुल इस मैच में कप्तानी कर रहे थे और उन्होंने टॉस भी जीता था लेकिन शायद वो उस तरीके से अपने गेंदबाजों को नहीं लड़ा पाए जिस तरीके से विराट कोहली लड़ाते हैं. कमेंटेटर भी इस पर बात करते दिखे कि शायद विराट कोहली और उनके एग्रेशन को टीम इंडिया मिस कर रही है. घरेलू सीरीज में जब टीम इंडिया विराट की गैरमौजूदगी में पिछले साल न्यूजीलैंड से टेस्ट हारी थी तब भी ये बात हुई थी कि अगर कोहली होते तो शायद रिजल्ट अलग होता.
4- भारतीय बल्लेबाजी
टीम इंडिया की बल्लेबाजी ने भी इस मैच में थोड़ा निराश ही किया. दोनों पारियों में भारत के ओपनर कुछ खास नहीं कर सके. नतीजा ये हुआ कि पहले से ही मिडिल ऑर्डर की खराब फॉर्म से जूझ रही टीम पहली पारी में मात्र 202 रन बना सकी. हालांकि इस पारी में केएल राहुल ने अर्धशतक जरूर लगाया लेकिन मयंक अग्रवाल शुरू में ही आउट हो गए. दूसरी पारी में भी भारतीय ओपनर बड़ी साझेदारी नहीं दे पाए, हालांकि इस पारी में आउट फॉर्म चेतेश्वर पुजारा और अजिंक्य रहाणे के बल्लों से फिफ्टी निकली लेकिन हनुमा विहारी के 40 रन को छोड़कर कोई और बल्लेबाज बड़ी पारी नहीं खेल पाया और टीम इंडिया 266 रन पर आउट हो गई. जिसके बाद दक्षिण अफ्रीका को 240 रनों का लक्ष्य मिला जो उसने तीन विकेट खोकर हासिल कर लिया.
5- कई हाफ चांस छूटे
टीम इंडिया को इस मैच में भाग्य का साथ भी नहीं मिला. बल्लेबाजी के लिए मुश्किल नजर आ रही पिच पर कई बार बल्लेबाज बीट हुए और किनारा लेकर गेंद गेंदबाजों से दूर जाकर गिरी. शार्दुल ठाकुर अपनी ही गेंद पर एक कैच पकड़ने से चूक गए. कई बार गेंद अफ्रीकी बल्लेबाजों को लगी लेकिन वो आउट नहीं हुए और आज केवल एक विकेट ही अफ्रीका ने खोया और टारगेट हासिल कर लिया.
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