31 अक्टूबर को टी-20 वर्ल्ड कप (T20 World Cup) के सुपर 12 मुकाबले में न्यूजीलैंड के हाथों मिली करारी हार के बाद भारतीय टीम का अब सेमीफाइनल तक पहुंचना अनिश्चित है.
पहले पाकिस्तान और न्यूजीलैंड के हाथों मिली शिकस्त के बाद भारतीय टीम और कप्तान कोहली (Virat Kohli) की आलोचना लाजमी थी लेकिन इस हार के बाद विराट कोहली की जो किरकिरी हो रही है उसके कई और भी कारण हैं.
भारत के तीन दिग्गज पूर्व कप्तानों कपिल देव, सुनील गावस्कर और मोहम्मद अजहरुद्दीन ने विराट कोहली के बयानों और खुद प्रेस कॉन्फ्रेंस में ना आकर एक गेंदबाज को भेजने जैसे फैसलों को लेकर उन्हें कटघरे में खड़ा किया है.
विराट के इस बयान की आलोचना
न्यूजीलैंड से मैच हारने के बाद पोस्ट मैच प्रेजेंटेशन में विराट कोहली जब आए तो उन्होंने एक ऐसा बयान दे दिया जिससे भारतीय टीम का मनोबल और गिर सकता है. विराट कोहली ने कहा कि
"मुझे नहीं लगता कि हम बल्ले या गेंद से काफी बहादुर थे. हम अपनी बॉडी लैंग्वेज के साथ कॉन्फिडेंट नहीं थे.”विराट कोहली, कप्तान, भारतीय टीम
विराट कोहली का यह बयान फैंस के साथ-साथ भारत के दिग्गज पूर्व कप्तान कपिल देव को नागवार गुजरा.
"मुझे उनके शब्दों को सुनकर अजीब लगा" - कपिल देव
भारत के पूर्व कप्तान कपिल देव ने एबीपी न्यूज के एक कार्यक्रम के दौरान विराट कोहली के मैच के बाद दिए गए बयान को लेकर सवाल खड़े किए. उन्होंने विराट कोहली के बयान को काफी कमजोर बयान बताया और कहा कि
"उनके जैसे किसी बड़े खिलाड़ी के लिए, यह एक बहुत ही कमजोर बयान है. अगर टीम के पास इस तरह की बॉडी लैंग्वेज है और अगर कप्तान की इस तरह की सोच है, तो टीम को ऊपर ले जाना सच में काफी ज्यादा मुश्किल है. मुझे उनके शब्दों को सुनकर अजीब लगा."कपिल देव, पूर्व कप्तान, भारतीय टीम
कपिल देव ने आगे कहा कि "वह इस तरह के खिलाड़ी नहीं है. वह एक फाइटर हैं. मुझे लगता है कि एक कप्तान को ‘हम पर्याप्त साहस नहीं दिखा पाए या हम पर्याप्त बहादुर नहीं थे’ जैसे शब्द बिल्कुल नहीं कहने चाहिए.”
"आपको जवाब देना होगा" - अज़हरदुद्दीन
भारत के पूर्व कप्तान मोहम्मद अजहरुद्दीन ने न्यूजीलैंड से मैच हारने के बाद जसप्रीत बुमराह को प्रेस कॉन्फ्रेंस के लिए भेजे जाने के विराट के फैसले को लेकर एबीपी न्यूज के एक शो के दौरान नाराजगी जाहिर की.
आपको बता दें कि न्यूजीलैंड के खिलाफ मैच हारने के बाद विराट कोहली खुद प्रेस कॉन्फ्रेंस में नहीं आए थे बल्कि उन्होंने सवालों का सामना करने के लिए गेंदबाज जसप्रीत बुमराह को भेज दिया था. इसी पर मोहम्मद अजहरुद्दीन ने कहा कि
“हारने में कोई शर्म नहीं है, लेकिन आपको आकर बात करनी चाहिए. लोग आपको सुनेंगे और उन्हें कम से कम हार का कारण तो पता चलेगा. बुमराह के बोलने में और कप्तान के कोच या कप्तान के बोलने में बहुत फर्क होता है. जनता का सामना करना जरूरी है. आपको देश का सामना करना पड़ेगा और जवाब देना होगा. अगर आप नहीं आएंगे तो लोग क्या सोचेंगे ?”
उन्होंने आगे कहा कि "अगर आप जीतने के बाद अच्छे समय में प्रेस कॉफ्रेंस में जाते हैं और हारने के बाद मुश्किल समय में नहीं तो यह दृष्टिकोण नहीं है. मुझे कारण नहीं पता कि वह क्यों नहीं आए, लेकिन उन्हें आना चाहिए था.”
"रोहित को तीन नंबर पर भेजना सही नहीं "- गावस्कर
भारत के एक और पूर्व कप्तान सुनील गावस्कर ने न्यूजीलैंड के खिलाफ मैच में रोहित शर्मा का बैटिंग ऑर्डर बदले जाने पर भी विराट कोहली और टीम मैनेजमेंट को लताड़ लगाई है.
आपको बता दें कि रोहित शर्मा की जगह ईशान किशन न्यूजीलैंड के खिलाफ हुए मैच में ओपनिंग करने आए थे जबकि रोहित शर्मा को तीसरे नंबर पर बल्लेबाजी के लिए उतारा गया था. इसका एक कारण यह था कि रोहित शर्मा का ट्रेंट बोल्ट के खिलाफ रिकॉर्ड अच्छा नहीं है. गावस्कर ने आज तक के कार्यक्रम में इसी सोच पर सवाल उठाया और कहा
'मुझे नहीं पता कि क्या यह असफल होने का डर था लेकिन बैटिंग ऑर्डर में उन्होंने जो भी बदलाव किए वे सही साबित नहीं हुए. रोहित शर्मा कमाल के बल्लेबाज हैं और उन्हें तीसरे नंबर पर भेजना? कोहली ने खुद नंबर 3 पर कितने रन बनाए हैं, लेकिन वे चौथे नंबर पर बैटिंग करने गए. ईशान किशन जैसे युवा खिलाड़ी से पारी की शुरुआत की गई.'
हार या जीत किसी भी किसी भी खेल के दो अभिन्न अंग है लेकिन एक कप्तान के रूप में विराट कोहली को सामने आकर ऐसी बातें नहीं कहनी चाहिए जिससे टीम के मनोबल को धक्का लगे.
विराट कोहली का प्रेस कॉन्फ्रेंस में जसप्रीत बुमराह को भेजना भी दिखाता है कि वह सवालों का सामना करने के लिए तैयार नहीं थे. ऐसे में सवाल उठने लाजमी थे.
(क्विंट हिन्दी, हर मुद्दे पर बनता आपकी आवाज, करता है सवाल. आज ही मेंबर बनें और हमारी पत्रकारिता को आकार देने में सक्रिय भूमिका निभाएं.)