विराट कोहली (Virat Kohli) ठीक से जानते हैं कि जब आपने ड्राइविंग लाइसेंस प्राप्त करने की उम्र मुश्किल से पार की है तब दुनिया में टॉप पर होना कैसा लगता है. विराट कोहली ये भी जानते हैं कि जब कोई वैश्विक ट्रॉफी के बाद क्षमता के अनुसार प्रदर्शन नहीं करता है तो और आलोचनाएं तेज होती हैं, तो कैसा लगता है.
इसीलिए भारत के स्टार बल्लेबाज विराट कोहली ने अंडर-19 वर्ल्ड (U19 WC) में 5 फरवरी को इंग्लैंड के खिलाफ मुकाबले से पहले अंडर-19 टीम के खिलाड़ियों से बात की है.
एंटीगुआ में अपने-अपने होटल के कमरों से जूम कॉल पर जुड़े राजवर्धन हैगरगेकर, कौशल तांबे, यश ढुल जैसे खिलाड़ियों के लिए ये न केवल 'अच्छी बल्कि एक शानदार सुबह' थी, उनके पास उनका एक रोल मॉडल था जो उन्हें 'बधाई' दे रहा था और उनहें ये भी बाताया कि अंडर-19 विश्व कप फाइनल खेलने का क्या मतलब है.
कोहली को है अंडर-19 वर्ल्ड कप में जीत का अनुभव: यश ढुल की अगुवाई में भारत अंडर-19 2016 के बाद से लगातार चौथे फाइनल में इंग्लैंड से भिड़ेगा और कोहली जूनियर स्तर पर हाई प्रेशर फाइनल जीतने का अनुभव रखते हैं, जब उनकी टीम ने 2008 में कुआलालंपुर में दक्षिण अफ्रीका को हराया था.
तब से लेकर अब तक 14 साल बीत चुके हैं. कोहली कप्तान बन गए हैं और अब 20 हजार से ज्यादा अंतरराष्ट्रीय रनों के साथ सीनियर टीम के पूर्व कप्तान हैं. अंडर-19 खिलाड़ियों के लिए सिर्फ एक पहला पड़ाव है और अगर वे जीत भी जाते हैं, तो निश्चित रूप आगे के लिए इन खिलाड़ियों को एक बड़ा हौसला मिलेगा.
टीम के प्रमुख तेज गेंदबाज ऑलराउंडर राजवर्धन हैंगरगेकर ने अपनी इंस्टाग्राम स्टोरी पर लिखा, "विराट भैया के साथ बातचीत करना वास्तव में अच्छा था. आपसे जीवन और क्रिकेट के बारे में कुछ महत्वपूर्ण चीजें सीखीं जो आने वाले समय में हमें बेहतर बनाने में मदद करेंगी." .
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