अंडर-19 वर्ल्डकप (U-19 World Cup) के फाइनल में इंग्लैंड के खिलाफ टॉस हारकर भारत ने शानदार जीत दर्ज की. वेस्टइंडीट के एंटीगा में सर विवियन रिचर्ड्स मैदान में खेले गए इस मैच में इंग्लैंड की टीम ने टॉस जीतकर पहले बल्लेबाजी करते हुए 189 रन बनाए. जिसके जलाब में टीम इंडिया ने 6 विकेट खोकर 190 रन का टारगेट पार कर लिया. अंडर 19 टीम इंडिया की इस जीत में कई हीरो रहे. जिन्होंने भारत को पांचवी बार अंडर-19 वर्ल्डकप जिताया.
राज बावा
भारत के लिए फाइनल में सबसे बड़े हीरो रहे राज बावा जिन्होंने पहले गेंदबाजी करते हुए 5 विकेट लेकर इंग्लैंड की टीम को 189 रन के स्कोर पर रोका. उसके बाद जब टीम इंडिया को जरूरत थी तब आकर शानदार 35 रन बनाए. ये रन इसलिए सबसे ज्यादा अहम थे क्योंकि जब राज बावा क्रीज पर आये तब भारत ने कप्तान यश ढुल और उपकप्तान शेख रशीद को 2 रन के अंदर खोया था. उसके बाद राज बावा ने शानदार खेल का प्रदर्शन करते हुए टीम इंडिया को पांचवी बार वर्ल्ड चैंपियन बनने में मदद की.
उन्होंने इस मैच में रिकॉर्ड भी बनाया क्योंकि किसी भी अंडर-19 वर्ल्डकप के फाइनल में आज तक किसी ने 5 विकेट नहीं लिए थे.
रवि कुमार
अंडर-19 टीम इंडिया के तेज गेंदबाज रवि कुमार भी भारतीय जीत में हीरो रहे क्योंकि उन्होंने इंग्लैंड टीम को शुरुआती झटके दिये. जिससे इंग्लैंड की टीम उबर नहीं पाई और 189 रन ही बना सकी. रवि कुमार ने 9 ओवर में एक मेडन ओवर रखते हुए 4 विकेट अपने नाम किये. इस पूरे वर्ल्ड कप में भारत की तरफ से रवि कुमार ने अच्छा प्रदर्शन किया, जो फाइनल में भी जारी रहा.
शेख रशीद
भारत की टीम ने छोटे स्कोर का पीछा करते हुए शुरू में ही दो विकेट गंवा दिए. भारत का पहला विकेट तो 0 पर ही गिर गया था. वहां से शेख रशीद ने टीम इंडिया को संभाला और पहले हरनूर (21) के साथ अच्छी साझेदारी की और फिर कप्तान यश ढुल (17) के साथ मिलकर टीम इंडिया के स्कोर को 100 के करीब ले गए. हालांकि वो अपना अर्धशतक पूरा करते ही 50 रन बनाकर आउट हो गए लेकिन भारतीय टीम के लिए शेख रशीद ने जीत की नींव रखी.
कौशल तांबे
कौशल तांबे भारतीय टीम के लिए पूरे टूर्नामेंट बढ़िया ऑलराउंड प्रदर्शन करते रहे हैं. लेकिन फाइनल में उन्होंने एक शानदार कैच से सबका ध्यान अपनी ओर खींचा. दरअसल टीम इंडिया ने शुरू में ही इंग्लैंड के कई विकेट लेकर उन्हें दबा लिया था लेकिन मिडिल ऑर्डर में आकर जेम्स रिऊ ने लंगर डाल दिया और 95 रन तक पहुंच गए. वो छक्का मारकर अपना शतक पूरा करना चाहते थे और जैसे ही जेम्स ने गेंद को हवा में उछाला तांबे ने उसे शानदार कैच में तब्दील कर शतक पूरा नहीं होने दिया.
ये कैच एक बार उनके हाथ से फिसल गया था लेकि दूसरे प्रयास में उन्होंने शानदार तरीके से उसे लपक लिया. इस फाइनल में उन्होंने इस फाइनल में 5 ओवर में 29 रन देकर एक विकेट भी चटकाया.
निशांत सिंधू
भारतीय टीम के लिए बाएं हाथ के मिडिल ऑर्डर बल्लेबाज निशां सिंधू ने भी शानदार खेल दिखाया. एक वक्त में भारत ने 100 रन से पहले 4 विकेट गंवा दिये थे. क्योंकि कप्तान यश ढुल और उपकप्तान शेख रशीद 2 रन के अंदर एक के बाद एक आउट हो गए. वहां से निशांत सिंधू ने राज बावा के साथ मिलकर टीम इंडिया को संभाला और जीत तक लेकर गए. उन्होंने नाबाद 50 रन की पार खेली.
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