भारत और इंग्लैंड के बीच टेस्ट सीरीज के पहले मुकाबले में वही हुआ जिसका सभी को डर था. अपनी पुरानी आदत को जारी रखते हुए टीम इंडिया के बल्लेबाज एक नए गेंदबाज को पढ़ नहीं पाए और विकेट गंवा दिए. सैम कुरेन नाम के इस लेफ्ट आर्म तेज गेंदबाज का नाम आपने कभी पहले सुना भी नहीं होगा लेकिन इस 20 साल के लड़के ने अपने सिर्फ 4 ओवर के भीतर ही टीम इंडिया के टॉप-3 बल्लेबाजों को पवेलियन लौटा दिया.
इंग्लैंड के पहली पारी में 287 रनों के स्कोर का पीछा करते हुए टीम इंडिया ने बिना किसी नुकसान के 50 रन बना लिए थे लेकिन तभी कुरेन ने अपनी शानदार गेंदबाजी से भारत को एक के बाद एक तीन बड़े झटके दिए और टीम इंडिया को बैकफुट पर धकेल दिया. कुरेन के करियर का ये दूसरा ही मैच है.
सबसे पहले ओपनर मुरली विजय(20) कुरेन का शिकार बने. एक बहुत ही शानदार इनस्विंगर पर कुरेन ने विजय को एलबीडब्ल्यू किया. उसके बाद अगली गेंद पर उन्होंने नए बल्लेबाज केएल राहुल को छकाया और गेंद उनके बल्ले का बाहरी किनारा लेकर चार रनों के लिए चली गई. अगली गेंद पर राहुल ने बेहद खराब शॉट खेला और गेंद उनके बल्ले का अंदरूनी किनारा लेकर उनकी विकेट में घुस गई. किल्लियां बाहर आ गईं और पूरे बर्मिंघम में शोर ही शोर. राहुल ने दो गेंद में चार रन बनाए.
उसके बाद अपने अगले ओवर की पांचवीं गेंद पर कुरेन ने एक और कमाल किया. पिच पर सेट हो चुके बल्लेबाज शिखर धवन को उन्होंने दूसरी स्लिप में कैच आउट करवाया. धवन ने एक बाहर जाती गेंद पर ड्राइव करने की कोशिश की और डेविड मलान को कैच थमा बैठे. धवन ने 26 रन बनाए. 50/0 के स्कोर से भारत का स्कोर 59/3 हो गया था. उसके बाद एक बार फिर टी-ब्रेक से पहले कुरेन ने टीम इंडिया को झटका दिया और हार्दिक पांड्या(22) को एक दनदनाती यॉर्कर पर एलबीडब्ल्यू कर दिया.
नए गेंदबाजों के सामने घुटने टेकना ‘पुरानी आदत’
भारतीय टीम के बल्लेबाज अक्सर किसी नए गेंदबाज के आगे ढेर होते आए हैं. अगर 1999 की सीरीज याद करें तो उस वक्त मेलबर्न में ब्रेट ली ने भारत के खिलाफ डेब्यू किया था और उन्होंने पहली ही पारी में 5 विकेट अपने नाम कर लिए थे. पूरे मैच में ली ने 7 विकेट लिए थे और ऑस्ट्रेलिया की जीत में अहम योगदान दिया था.
उसके बाद अगर आपको 2008 में भारत का श्रीलंका दौरा याद हो तो वहां अजंता मेंडिस नाम के रहस्यमयी स्पिनर ने अपने पहले ही मैच में भारत के खिलाफ 8 विकेट लिए थे और टीम इंडिया को पारी और 239 रनों के करारी हार मिली थी. हाल ही का उदाहरण लें तो साउथ अफ्रीकी दौरे पर आपको लुंगी एंगिडी का नाम तो याद ही होगा. एंगिडी ने सेंचुरियन में खेले गए अपने पहले ही टेस्ट में भारत के खिलाफ 7 विकेट लिए, मैच की दूसरी पारी में एंगिडी ने 6 विकेट निकाले और भारत 135 रनों से मैच हार गया.
तो नए गेंदबाजों के खिलाफ भारत हमेशा परेशान रहता है. इंग्लैंड के खिलाफ वर्तमान दौरे से पहले एंडरसन और ब्रॉड को लेकर बहुत ज्यादा चर्चाएं चल रही थीं लेकिन सैम कुरेन नाम के एक 20 साल के लेफ्ट आर्म गेंदबाज ने टीम इंडिया के होश उड़ा दिए. एक तरह से कह सकते हैं कि टीम इंडिया ने इस परीक्षा के लिए ब्रॉड और एंडरसन को लेकर खूब तैयारी की थी लेकिन एग्जाम में ‘आउट ऑफ सिलेबस’ सैम कुरेन आ गए.
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