चौथे पायदान की चिकचिक का सीधा मतलब प्लेऑफ खेलने से है. आईपीएल के पॉइंट्स टेबल में जो 4 टीमें टॉप पर रहेंगी, वो प्लेऑफ खेलेंगी. इस सीजन के आधे मैच के बीतने के बाद पॉइंट्स टेबल में टॉप की तीन टीमें तो लगभग तय हैं. उनका क्रम आपस में बदल सकता है, लेकिन वो तीन टीमें प्लेऑफ में रहेंगी, ये तय है.
चेन्नई सुपरकिंग्स, सनराइजर्स हैदराबाद और किंग्स इलेवन पंजाब की टीमें पहले तीन पायदान पर हैं. असली लड़ाई अब चौथी पायदान को लेकर है.
बीते मैचों में रॉयल चैलेंजर्स बैंगलोर और दिल्ली डेयरडेविल्स की जीत के बाद लड़ाई और दिलचस्प हो गई है. ले-देकर मुंबई इंडियंस की टीम है, जिसके बारे में ये कहा जा सकता है कि उसके अब टॉप-4 में पहुंचने की उम्मीद खत्म हो चुकी है. ये आंकलन पॉइंट्स टेबल के गणित से कहीं ज्यादा टीम के मौजूदा प्रदर्शन को देखकर किया जा सकता है.
मुंबई इंडियंस की टीम में वो सामंजस्य ही नहीं दिखा है, जो इतने बड़े-बड़े खिलाड़ियों वाली टीम में होना चाहिए. यूं तो ये भी एक दिलचस्प चर्चा है कि मौजूदा चैंपियन मुंबई की ये दुदर्शा क्यों हुई, लेकिन वो फिर कभी. फिलहाल आईपीएल के सीजन 11 के प्लेऑफ की चौथी टीम की चिकचिक पर चर्चा करते हैं. पहले टॉप 3 टीमों की स्थिति को देख लेते हैं.
अब इसके बाद रह गई कोलकाता नाइट राइडर्स, रॉयल चैलेंजर्स बैंगलोर, दिल्ली डेयरडेविल्स और राजस्थान रॉयल्स की टीम. अभी चौथे नंबर पर कोलकाता नाइट राइडर्स की टीम है, जिसने 8 में से 4 मैच जीते हैं. इसके बाद तीन टीमों यानी बैंगलोर, दिल्ली और राजस्थान ने 3-3 मैच जीते हैं. दिल्ली की टीम ने बैंगलोर और राजस्थान के मुकाबले एक मैच ज्यादा खेला है.
दिल्ली की टीम अब तक 9 मैच खेल चुकी है. बावजूद इसके उनके हालिया प्रदर्शन और नेट रन रेट को देखते हुए उन्हें प्लेऑफ की रेस से बाहर कहना ठीक नहीं होगा.
गौतम गंभीर के कप्तानी छोड़ने और श्रेयस अय्यर के कप्तान बनने के बीच का फर्क टीम के प्रदर्शन में साफ दिखाई दे रहा है. श्रेयस खुद भी बल्ले से ताबड़तोड़ प्रदर्शन कर रहे हैं. दिल्ली की टीम ने पॉइंट्स टेबल के समीकरण को दिलचस्प बनाया है.
अब इस बात को समझने की कोशिश करते हैं कि चौथे पायदान के दावेदारों में किसका दावा कितना मजबूत है. इसके लिए पहले ये समझना होगा कि दावेदार टीमों को कितने कितने मैच अभी और खेलने हैं और उसमें से कितने अपने घरेलू मैदान पर खेलने हैं. घरेलू दर्शकों के सामने मिलने वाले फायदे को नजर अंदाज नहीं किया जा सकता है. इस मामले में भी दिल्ली की टीम बहुत ‘लकी’ है. उसे आखिरी के लीग मैच लगातार दिल्ली में ही खेलना है.
आईपीएल में प्लेऑफ में पहुंचने वाली टीमें अमूमन 8 से ज्यादा मैच जीता करती हैं. टॉप की तीन टीमों को छोड़ दिया जाए तो आखिरी टीम तो 8 से 9 मैच जीतकर ही क्वॉलीफाई करती है. ऐसे में कोलकाता की टीम फिलहाल अच्छी स्थिति में है. वो अब भी चौथे नंबर पर है.
असली खेल कोलकाता की टीम से ही जुड़ा हुआ है. अगर अगले एक-दो मैच कोलकाता की टीम ने गड़बड़ की तो पॉइंट्स टेबल का समीकरण बहुत तेजी से बदलेगा. सभी दावेदार टीमों के पिछले मैच का प्रदर्शन भी कुछ संकेत देगा. कम से कम ये तो समझ आ ही जाएगा कि उनका प्रदर्शन किस स्तर पर है.
ग्राफिक्स देखिए
कुल मिलाकर, फिलहाल स्थिति ऐसी है कि पॉइंट्स टेबल खुला हुआ है. चार टीमों को जोर आजमाना है, जिसके बाद प्लेऑफ में दो क्वॉलीफायर और एक एलीमिनेटर मैच खेला जाएगा. आईपीएल के मुकाबलों के साथ-साथ पॉइंट्स टेबल में भी अब और गर्मी आने वाली है.
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