केरल क्रिकेट एसोसिएशन इस वक्त फुटबॉल फैंस की गालियां सुन रहा है क्योंकि उन्होंने कोच्चि के जवाहर लाल नेहरू स्टेडियम में भारत और वेस्टइंडीज के बीच एक क्रिकेट वनडे मैच कराने का फैसला किया है. ये वही मैदान है जहां पर इंडियन सुपर लीग फुटबॉल टूर्नामेंट के दौरान केरल ब्लास्टर्स की टीम के घरेलू मैच होते हैं. जबकि एसोसिएशन के पास तिरुवनंतपुरम के ग्रीनफील्ड इंटरनेशनल स्टेडियम में भी मैच कराने का विकल्प है.
बीसीसीआई ने नवंबर में भारत और वेस्टइंडीज के बीच होने वाली वनडे सीरीज के एक मैच को होस्ट करने की जिम्मेदारी केरल क्रिकेट एसोसिएशन को दी है. अगर कोच्चि में क्रिकेट मैच होता है तो इस साल के अक्टूबर में शुरू होने वाले फुटबॉल लीग आईएसएल में केरल ब्लास्टर्स के घरेलू मैचों की तारीख उनसे टकराएगी.
आपको बता दें कि ग्रेटर कोचीन डेवलपमेंट अथॉरिटी ने साल 2014 में जवाहर लाल नेहरू स्टेडियम को 30 साल के लिए केरल क्रिकेट एसोसिएशन को लीस पर दे दिया है. ऐसे में इस क्रिकेट संस्था के पास पूरा अधिकार है कि वो कोच्चि में मैच करवा सकें. जानने वाली बात ये कि तिरुवनंतपुरम में साल 2017 में भारत और न्यूजीलैंड के एक टी20 मैच खेला गया था.
ऐसे में केरल ब्लास्टर्स के कई खिलाड़ी इस बात को लेकर आवाज उठा रहे हैं कि अगर क्रिकेट मैच हुआ तो स्टेडियम के टर्फ को बहुत नुकसान पहुंचेगा. जेएलएन स्टेडियम ने अंडर-17 फीफा वर्ल्ड कप 2017 से पहले ही इंटरनेशनल स्टैंडर्ड की बराबरी की थी. सीके विनीथ और इयान ह्यूम जैसे खिलाड़ी लगातार क्रिकेट मैच के विरोध में सोशल मीडिया पर बात कर रहे हैं और #SaveKochiTurf नाम का हैशटैग तेजी से ट्रैंड कर रहा है.
इडेन गार्डन खोदकर खिलवाएंगे फुटबॉल?
केरल ब्लास्टर्स के खिलाड़ी लगातार ट्वीट करके कह रहे हैं कि क्या क्रिकेट संस्थाएं कोलकाता के ईडन गार्ड्न्स को खुदवा कर कोई फुटबॉल मैत करा सकते हैं क्या? केरल ब्लास्टर्स के खिलाड़ी विनीथ के मुताबिक इस मैदान पर फीफा की ओर से इंटरनेशनल दर्जा दिलवाने के लिए काफी मेहनत की गई है और अगर एक बार इसकी पिच और टर्फ खराब हुआ तो फिर से इसे मान्यता दिलवाना बहुत ही ज्यादा मुश्किल होगा. आपको बता दें कि भारत में सिर्फ 6 स्टेडियम ऐसे हैं जिन्हें फीफा ने अप्रूव किया है और कोच्चि का ये मैदान उनमें से एक है.
केसीए अपने फैसले पर अड़ा
केरल क्रिकेट एसोसिएशन नवंबर में इस मैदान पर भारत और वेस्टइंडीज के बीच मैच करवाने के लिए पूरी तैयारी में है. अध्यक्ष रोनक्लिन जॉन के मुताबिक पिछले साल भी फीफा अंडर-17 वर्ल्ड कप की वजह से उन्हें भारत-न्यूजीलैंड के बीच टी20 मैच तिरुवनंतपुरम में करवाना पड़ा था लेकिन इस बार नवंबर तक क्रिकेट पिच तैयार करने के लिए उनके पास बहुत समय है. हालांकि तिरुवनंतपुरम के लोकसभा सांसद शशि थरूर ने इस मुहिम में क्रिकेट की बजाय फुटबॉल के पक्ष में आवाज उठाई है. थरूर ने बीसीसीआई को चिट्ठी लिखकर मैदान के साथ छेड़छाड़ न करने का निवेदन किया है.
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