पहलवान सुशील कुमार और नरसिंह यादव के बीच रियो ओलंपिक में प्रतिनिधित्व को लेकर छिड़ी जंग रुकने का नाम नहीं ले रही है. हाई कोर्ट के आदेश के बाद बुधवार को रेसलिंग फेडरेशन ऑफ इंडिया (WFI) और सुशील कुमार के बीच बैठक हुई. हालांकि इस बैठक का नतीजा कुछ भी नहीं निकला.
सुशील कुमार अपने कोच और ससुर महाबली सतपाल के साथ नई दिल्ली स्थित WFI के ऑफिस पहुंचे. डेढ़ घण्टे चली इस बैठक के बाद जब दोनों बाहर आए तो उन्होंने मीडिया को बताया कि रियो जाने का रास्ता नरसिंह यादव की वजह से अभी भी बंद है.
वहीं WFI के अध्यक्ष ब्रिज भूषण सिंह ने बताया कि उन्होंने सुशील का पक्ष सुन लिया है. वो हाई कोर्ट में अगली 27 मई को होने वाली सुनवाई में अपना जवाब रखेंगे.
ये मामला कोर्ट में विचाराधीन है. हाई कोर्ट ने हमें सुशील कुमार के साथ बैठक करने को कहा था ताकि सुशील का भी पक्ष सुना जा सके. अब हमने पक्ष सुन लिया है और अपना जवाब हम हाई कोर्ट में रखेंगेऔर कोर्ट ही आखिरी फैसला करेगा.ब्रिज भूषण सिंह, WFI अध्यक्ष
इस बीच सुशील कुमार को उस ट्रेनिंग कैंप में जाने की अनुमति नहीं है जहां रियो जाने वाले पहलवान तैयारी कर रहे है.
सुशील ट्रायल चाहते हैं. हम मानते हैं कि वो बड़े पहलवान है, उन्होंने देश का नाम रोशन किया है. लेकिन हम नरसिंह को भी दरकिनार नहीं कर सकते, क्योंकि वह भी अच्छा खेले और उन्होंने रियो में कोटा हासिल किया. यह सीट हम सुशील को दे देते हैं तो यह नरसिंह के साथ नाइंसाफी होगी. यहां हमें राजी करने का कोई सवाल ही खड़ा नहीं होता.ब्रिज भूषण सिंह, WFI अध्यक्ष
सुशील कुमार ने रियो ओलंपिक में दावेदारी को लेकर दिल्ली हाई कोर्ट में याचिका दायर की थी. इस पर हाई कोर्ट ने मंगलवार को रेसलिंग फेडरेशन ऑफ इंडिया (WFI) से मामले को सुशील कुमार के साथ बैठकर सुलझाने को कहा था.
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